पुष्पा गुप्ता के नाम से जो लेख छपा था, वह वस्तुतः 29 सितम्बर को फेसबुक पर पोस्ट किया गया पंकज मोहन का लेख था जिसे अनधिकृत और अनैतिक तरीके से मेरे पास भेजा गया था
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