सोनी तिवारी, वाराणसी
प्रेम का महीना फरवरी नजदीक है। इसलिए किसी व्यक्ति के प्रति प्रेम और आकर्षण लाजिमी है। शोध बताते हैं कि प्रेम और आकर्षण के पीछे पूरी तरह विज्ञान काम करता है। यह तनाव मुक्त करता है। यह मेन्टल हेल्थ के साथ-साथ फिजिकल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है।
यह हम सभी के लिए जानना जरूरी है कि किसी भी व्यक्ति के प्रति आकर्षण किस तरह होता है। इसमें मस्तिष्क का कौन सा भाग अधिक कार्य करता है?
*क्यों होता है आकर्षण :*
अलग सेक्स के प्रति आकर्षण पूरी तरह एक केमिकल प्रक्रिया है। जब हम ओपोजिट सेक्स के व्यक्ति को देखते हैं, तो शरीर में हाई लेवल डोपामाइन और नॉरपेनेफ्रिन हार्मोन जारी होते हैं। यह केमिकल हमें एनर्जेटिक, हैप्पी और उत्साहपूर्ण बनाता है। इससे भूख और नींद भी कम हो जाती है।
इसका सीधा सा मतलब है कि जब आप वास्तव में आकर्षण या प्यार में होती हैं, तो आप खा नहीं सकती हैं और सो नहीं सकती हैं।
*मस्तिष्क का कौन-सा भाग होता है प्रभावित?*
जब आप प्यार और किसी के प्रति आकर्षण में होती हैं, तो सबसे अधिक आपके इमोशनल हेल्थ को फायदा पहुंचता है। आप स्ट्रेस फ्री महसूस करती हैं। आकर्षण या प्यार मस्तिष्क के लिम्बिक सिस्टम से प्रेरित होता है। मस्तिष्क का यह भाग भूख जैसे जरूरी कार्यों को करने के लिए जिम्मेदार होता है।
जिसके प्रति हम आकर्षण में होते हैं, मस्तिष्क का एक हिस्सा हाइपोथैलेमस डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर की सीक्रेशन को प्रेरित करता है। इससे प्यार की संवेदनाएं पैदा होती हैं। लिम्बिक सिस्टम के कारण सेक्सुअल या रोमांटिक चाहत मस्तिष्क के प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स के विचारों पर हावी हो जाती है।
*कल्चरल और बायोलॉजिकल भी हो सकते हैं कारण*
सबसे पहले हम उन लोगों की ओर आकर्षित होते हैं जो हमारे जैसे होते हैं। हम आम तौर पर उन लोगों के प्रति आकर्षित होते हैं जो हमें प्रियजनों की याद दिलाते हैं।
पेरेंट्स, दोस्त या अन्य लोग। वर्ल्ड मेंटल हेल्थ जर्नल के अध्ययन बताते हैं कि हम उन लोगों के प्रति कम आकर्षित हो सकते हैं, जो व्यक्तित्व गुणों के मामले में हमसे काफी अलग होते हैं।
हम उन लोगों के प्रति अधिक आकर्षित होते हैं, जो हमारे गुणों या स्वभाव से अधिक मेल खाते हैं।
*शरीर की गंध भी कर सकती है आकर्षित :*
सेक्सुअल हेल्थ जर्नल के अनुसार, एक अन्य कारक गंध भी आकर्षण का कारण बन सकता है। इसके लिए फेरोमोन हॉर्मोन जिम्मेदार हो सकता है। यदि पहली नजर में प्यार होता है, तो उसके कुछ हद तक शरीर की गंध भी जिम्मेदार हो सकती है।
डिओडोरेंट्स, इत्र और शारीरिक गंध जैसे कारक आकर्षण में भूमिका निभा सकते हैं। अध्ययन से संकेत मिलता है कि महिलाएं उन पुरुषों द्वारा आकर्षित हो सकती हैं, जिनकी गंध उनके जैसी ही होती थी। एक अन्य स्टडी में यह बात भी सामने आई कि महिलाएं उन पुरुषों की ओर आकर्षित होती थीं, जिनका पसीना उनके पिता के पसीने के समान होता था।
ईस्टर्न कनेक्टिकट स्टेट यूनिवर्सिटी की स्टडी बताती है कि भले ही हममें से कई लोग इसे स्वीकार नहीं करना चाहते, लेकिन अच्छा दिखना आकर्षण को प्रभावित करने वाला सबसे मजबूत कारक है।
शारीरिक आकर्षण जरूरी है, क्योंकि यह अधिक शारीरिक अंतरंगता और जुड़ाव पैदा करता है। इससे पार्टनर को एक-दूसरे के साथ अधिक बंधा हुआ और जुड़ा हुआ महसूस करने में मदद मिलती है।
यह सच है कि हेल्दी रिलेशन केवल फिजिकल अट्रैक्शन पर आधारित नहीं होने चाहिए।
*खुशी की भावना की विकास :*
प्यार में पड़ना, शादी करना और हेल्दी रिलेशन और दोस्ती बनाए रखना पुरुषों और महिलाओं दोनों में अलगाव और अवसाद की भावनाओं को कम करने के साथ-साथ अपनेपन और खुशी की भावना को बढ़ाता है।