भाजपा से अर्चना दीदी कांग्रेस तारिका सिंह पर खेल सकती है दांव
राकेश चौकसे बुरहानपुर
बीसहवी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों का जायजा लेने के लिए इलेक्ट्रॉनिक न्यूज चैनल का सहारा ले या भाजपा का गांव चले अभियान, कांग्रेस के युवराज की न्याय यात्रा को समझे या प्रतिदिन प्रकाशित होने वाले अखबार की खबरों को टटोले तब आमचुनाव की धमक सुनाई देने लगीं है।
कांग्रेस 26 से 24 क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों के साथ गठबंधन कर 2024 की वैतरणी पार करना चाहती है कांग्रेस राहुल और मातहत नेताओ के भरोसे है इस पार्टी के पास विजन के नाम पर मोदी, ओबीसी, लाखो का मोदी सूट के साथ सीबीआई,ईडी को कोसने के सिवाय कुछ नजर नही आ रहा है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, दक्षिण के कुछ क्षेत्र और राज्यो से बीजेपी के लिए शुभ ख़बर आ रही है, हिंदी भाषी राज्यों मे रूतबा बरकरार होने और इन्ही राज्यो मे संपन्न विधान सभा चुनाव मे भारी बहुमत से जीत के बाद पारा सातवें आसमान पर है।मध्यप्रदेश के साथ तीनो राज्यो मे मुखिया के तौर पर नया चेहरा लाने से मतों का गणित किस दिशा मे जाता है अभी कहना जल्दबाजी मे होगा। शिवराज और इनकी बहने -शिव का राज और भांजे आम चुनाव मे किस करवट बैठेंगे सारा गणित इस पर निर्भर करेगा।
मध्यप्रदेश मे सात ऐसे नेताजी है जिनको विधानसभा चुनाव मे बतौर प्रत्याशी बना उतारा गया था इनमे से पांच जीते नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, रीति पाठक, राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह दो फग्गन सिंह कुलस्ते, गणेश सिंह को हार का सामना करना पड़ा था इनकी बाकी की राजनीती केंद्रीय रहती है या राज्य की पत्ते अभी खुलना बाकी है किंतू भाजपा आलाकमान समय समय पर इनकी बची राजनीति से संशय हटाता रहा है हारे और जीते पांचों नेता राज्य मे अपना भाग्य बनायेगे। और 2019 से 2024 के सफर मे जिनका परफार्मेंस कमज़ोर रहा है वह भी अपना भविष्य डॉक्टर साहब मे से ही तलाशे! क्योंकि 2024 मे लक्ष्य देश के उज्ज्वल भविष्य और पार्टी के अपने खुद के भविष्य 400 प्लस का है।
मध्य प्रदेश की 29 सीट के लिए 2024 से 2029 के सफर के लिए प्रत्याशियो के नामो पर चर्चा और कामों का विश्लेषण की रिपोर्ट पार्टी के वरिष्ट नेतृत्व को मिल चुकी है इन नामो पर मंथन होते ही इसी माह के अंतिम सप्ताह मे उम्मीदवारों के नाम तय करना शुरु कर देंगी। मध्यप्रदेश मे कमज़ोर फीडबैक वाले नेताओ मे तकरीबन एक दर्जन नेताओ के नाम काटे जाने की संभावना नजर आ रही है वहीं
मध्यप्रदेश से रीति पाठक के चुनाव लड़ने और विगत माह मे अर्जुन राम मेघवाल द्वारा लोकसभा मे नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पेश होने के बाद 33%आरक्षण राज्य मे लागू होता है तब भिंड से संध्या राय, भोपाल से साध्वी प्रज्ञा सिंह, शहडोल हिमांद्री सिंह के अलावा रीति पाठक की रिक्तता की पूर्ति के लिए निमाड़ लोकसभा से अर्चना दीदी चिटनिस के नाम की चर्चा जोरों पर सुनाई देने लगीं है।
लोकसभा 2024 का चुनावी गणित राम मन्दिर पर आधारित दिखाईं दे रहा है, विकास पर भारी राम से बहुत से राजनेतिक दलों के साथ नेताओ के भाग्य का उदय होना तय है।
अतः राजनीत मे पकड़ रखने वाले नेता टिकट की जुगाड मे लग गए है पार्टी का गुप्त सर्वे और ऑन लाईन फीडबेक लेने के लिए प्रश्नोत्तरी जारी की गई है।
60दिन की शेष अवधि मे संपन्न होने वाले इस महा समर को लेकर जानी मानी पत्रिका के साथ सर्वे एजेंसी द्वारा किए सर्वे मे अति उत्साह से लबरेज भाजपा के लिए 2019 को लेकर मध्यप्रदेश मे नर्वस ख़बर दिखाईं गई है यहां इस साल 29 मे से 28सीट जीती गई थीं जबकि 2024 पार्टी को एक सीट का नुकसान बताया जा रहा है कही यह एक सीट निमाड़ ? वैसे सर्वे प्रतिशत से ऊपर वोट प्रतिशत भाजपा के पक्ष मे और मुख्य विपक्ष कांग्रेस को 35प्रतिशत के ऊपर वोट मिलने का अनुमान बता रहा है। कुल मिलाकर भाषण वादे के पूर्व के अनुमान को तोड़ने के लिए भाजपा हाई कमान ने कमर कर ली है आगामी दिनों मे मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र झाबुआ का दौरा क्लीन स्वीप की कडी का ही हिस्सा है।
कांग्रेस एक सीट के लाभ से उत्साहित है उसे भी निमाड़ संसदीय सीट से ज्यादा उम्मीद नजर आ रही है। कांग्रेस के गोपनीय सूत्र की कहानी भी ठाकुर परिवार पर आकर टिक रही है ठाकुर परिवार का संसदीय सीट पर लंबे समय तक कब्जा रहा है। कुछ क्षेत्रो मे ठाकुर परिवार की यादगार सामग्रियों को लोगों ने सहेजकर रखा है । ठाकुर परिवार से शिक्षा क्रांति के जनक विरेंद्र की पत्नि तारिका सिंह ठाकुर का नाम प्राथमिकता से लिया जा जा रहा है। भाजपा प्रत्याशी बदले या ना बदले तारिका सिंह का नाम आने के बाद मुकाबला कांटे का हो सकता है।