मंजुल भारद्वाज
है ना अजब रहस्य
अकेले में बोला गया झूठ
झूठ है
और
पब्लिक में बोला गया झूठ
सत्य!
जैसे
अकेले में की गई हत्या
हत्या है
और
युद्ध में की गई हत्या
राष्ट्रभक्ति !
आज के दिन
नरसंहार के बाद
एक तानाशाह ने
आत्महत्या कर ली थी
और
एक मन के स्वांग
पब्लिक को सुना रहा है !
एक का देश
पाखंडों और भुखमरी से मुक्त है
और
दूसरे का देश
पाखंडों और भुखमरी युक्त है!