मुंबई। एक अतिविशिष्ट महिला इन दिनों बेहद चर्चा में है। सोशल मीडिया पर तो उसके बारे में लगातार अलग-अलग तरह के कमेंट्स आ रहे हैं। इस महिला अनु टंडन के अचानक चर्चा में आने की वजह है, 12 जुलाई 2024 को दुनिया के गिने-चुने टॉप उद्योगपतियों और देश के सबसे धनाढ्य मुकेश अंबानी के बेटे के विवाह समारोह में उनका दिखाई देना… और तमाम वीवीआईपी मेहमानों के बीच लोगों तथा मीडिया की नजर इस महिला पर टिक जाना। कानाफूसी होने लगी और गड़े मुर्दे उखड़ने लगे। हालांकि यह मोहतरमा भी कोई साधारण नहीं है, वैसे भी मुकेश अंबानी ने किसी सामान्य व्यक्ति को बुलाया भी नहीं था… आखिर आयोजन भी तो ऐसा ही था… अंबानी ने इस शादी पर 5000 करोड़ रुपए से भी अधिक का खर्च किया है।
यह और बात है, कि शादी के इस अनाप-शनाप खर्च का बोझ उन्होंने इस देश की जनता पर डाल दिया। जी हां, देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो के रिचार्ज प्लान 12 से 25 प्रतिशत तक महंगे कर दिए गए… शादी खत्म होते ही मुकेश अंबानी ने यह वसूली कर ली, यानी ऐश ये धन्ना सेठ करें और इसका बिल भुगते आम उपभोक्ता…. खैर, बात अनु टंडन की है… इनके बारे में बताया जाता है, कि यह मोहतरमा भी 5000 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति की मालकिन हैं… जाहिर है, भारत ही नहीं, दुनिया के किसी भी देश में इस अनुपात की सम्पत्ति बिना सत्ता की मदद के संभव नहीं है। वैसे अनु टंडन उ.प्र. के उन्नाव जिले से कांग्रेस सांसद भी रह चुकी हैं। इतना ही नहीं, वे अंबानी परिवार की न सिर्फ बेहद खास हैं, बल्कि उनके हर निजी समारोहों में
मुकेश अंबानी, शादी समारोह और अन्नू टंडन को लेकर इन दिनों कई साबरें जमकर वायरल हो रही है। इसके अनुसार, मामला वर्ष 2011 का है, जब कांग्रेस की सरकार थी और प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह थे। तम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में आईआरएस यानी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के अधिकारी थे, जिनका नाम था संदीप टंडन। उनके नेतृत्व में अंबानी के रिलायंस हाउसतथा एचएसबीसी बैंक पर छापा मारा गया
था। टीना अंबानी के घर पर भी छापा मारा गया था। वहां से क्या बरामद हुआ, क्या दस्तावेज मिले, इसे मीडिया में नहीं आने दिया गया। यह आश्चर्यजनक घटना थी, क्योंकि कोई भी अधिकारी जब छापा मारता है तो उसे यहां क्या मिला और क्या नहीं, इसकी जानकारी मेडिया को दी जाती है, परंतु अंबानी के यहां मारे गए छापे के बाद जैसे छापामार टीम को लकवा मार गया हो। फिर एक हफ्ते बाद खबर आई कि संदीप टंडन ने ईडी की नौकरी छोड़ दी है और अंबानी के रिलायंस में डायरेक्टर हो गए हैं। वर्ष 1994 है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ अन्नू में रिलायंस मेंपांच हजार करोड़ रुपए से ज्यादा संपत्ति की मालकिन अन्नू टंडन शंकराचार्य जैसे महान संतों के सानिध्य में।
पतिदेव जहां डालने गए थे छापा, उसी रिलायंस- एचएसबीसी बैंक में हो गए जमा…
डायरेक्टर संदीप टंडन को पोस्टिंग मुंबई में
थी, परंतु उन्हें स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में एक बिला गिफ्ट में दी गई थी, जहां ये आठ महीने से उसी जिला में रह रहे थे। सोशल मीडिया के अनुसार, स्विट्जरलैंड की मीडिया में यह खबर भी छपती रही है कि मनमोहन सरकार के वक्त सोनिया गांधी, राबर्ट चाड़ा, प्रियंका वाड्रा, राहुल गांधी छुट्टियां मनाने जब ज्यूरिख जाते थे तो संदीप टंडन की इसी किला में रहते थे, जिसे उन्हें मुकेश अंबानी और एचएसबीसी बैंक ने बतौर उपहार दिया था। एक दिन चौंकाने कली खबर आई। संदीप टंडन अपने विला के बाथरूम में मृत पाए गए। मामला संदेहास्पद था, लेकिन इस रहस्यमयी मौत के बावजूद उनके शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया। भारतीय दूतावास में स्विट्जरलैंड से तुरंत उनके शव को मुंबई भेज दिया और मुंबई में अंतिम संस्कार हो गया। हालांकि एक खबर यह भी है कि संदीप टंडन को रक्त कैंसर था और जब उनका निधन हुआ, वे इलाज के लिए अमेरिका में थे। संदीप टंडन की रहस्यमयी मौत से कभी पर्दा नहीं उठा।
अंबानी ने अन्नू को अनुदान में दे दी मोटेक कंपनी
अलबत्ता संदीप टंडन की विधवा पत्नी अन्नू टंडन को पक्के व्यापारी धन्ना सेठ मुकेश अंबानी ने अपनी एक सॉफ्टवेयर कंपनी ‘मोटेक’ अनुदान में दी। सेबी को भी इसकी जानकारी दी गई और बताया गया कि चूंकि यह हमारे कर्मचारी की विधवा है, इसलिए इन्हें उनके पति के निधन पर यह कं पनी दी गई