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डायबीटीज : मेरी मानें, ताकी डेड नहीं हो आपकी सेक्सलाइफ 

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(डॉ. विकास मानव के संवाद पर आधारित सहज प्रतिसंवेदन)
~अमृता शर्मा : कोलकाता

  _डायबीटीज को शुगर, मधुमेह और ब्लडशुगर भी कहा जाता है. इसके रोगियों में सेक्स या जननेन्द्रिय सम्बन्धी समस्याओं की संभावना अधिक होती है। पुरूषों की समस्याओं अलग होती है और महिलाओं की अलग।_
      लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आने (Erectile Dysfunction) की समस्या सामान्य व्यक्तियों की तुलना में मधुमेह के रोगियों में 15 साल पहले आना संभव है। सामान्य व्यक्तियों में यह समस्या 20 फीसदी की होती है, जबकि मधुमेह के रोगियों में यह समस्या 55 से 60 प्रतिशत।

लिंग में पर्याप्त तनाव न आने के मुख्यतः दो कारक होते हैं-एक स्नायु सम्बन्धी (Nerves Neuropathy), दूसरा रक्त नलिका सम्बन्धित।
मधुमेह के रोगियों में आम व्यक्ति की तुलना में उच्च रक्तचाप की संभावना 40 फीसदी अधिक होती है।
लिंग में पर्याप्त कड़ापन न आने की वजह उच्च रक्तचाप भी हो सकती है।
कुछ दवाओं की वजह से भी लिंग में तनाव न आना (Erectile Dysfunction) हो सकती है।
महिला मधुमेह रोगियों की योनि में सेक्स के दौरान क्रेक यानी दरार पड़ने के समस्या हो सकती है, जिससे सेक्स (Inter Course) के दौरान दर्द हो सकता है।

सेक्स सम्बन्धी सावधानियां :
ऐसी औषधियां न लें, जो इस पर प्रभाव डाल सकती हैं। रक्तचाप को नियंत्रण में रखें। शराब एवं तम्बाकू का सेवन न करें।
अगर महिला मधुमेह रोगी को सेक्स के दौरान योनि में दर्द की समस्या आ रही हो तो चिकित्सक से परामर्श कर विशेष क्रीम का प्रयोग कर सकती हैं। विशेष परिस्थितियों में लिंग का भी कलर डाप्लर अल्ट्रासाउण्ड करायें।
मधुमेह रोगियों को स्वास्‍थ्‍य संबंधी समस्याओं को तो झेलना ही पड़ता है, सेक्स संबंधी समस्याएं भी बहुत होती है। मधुमेह के मरीजों में सेक्स में रूचि कम रूचि हो जाती है। लिंग में तनाव नहीं आता, स्खलन (डिस्चार्ज) भी जल्दी हो जाता है. यौन जीवन का आनंद भी समाप्त हो जाता है।
महिलाओं में मधुमेह होने से वह सेक्स के दौरान संतुष्ट नहीं हो पाती. पुरूषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी होने लगती है जो एक अलग यौन विकार है।
सेक्स के दौरान मधुमेह रोगी अचानक अवसाद में घिर सकता है और जल्दी थकान महसूस करने लगता है। ऊर्जा की कमी हो जाती है वह अधिक सुस्ती का अनुभव करता है. चिड़चिड़ापन अधिक होने से उत्तेजना में कमी होने लगती है.
शुगर को कंट्रोल रखने का हरसंभव यत्न करना चाहिए. दवा तो कोई ऎसी नहीं, जो यह रोग ख़त्म कर सके. यौगिक और मेडिटेटिव पैटर्न से ही इससे निजात पाई जा सकती है. इसमें पैसा तो नहीं, लेकिन समय लगता है और समय ही नहीं होता किसी के पास.

औषधि से निदान की सोचें भी नहीं :
आप शुगरग्रस्त नहीं हैं तो भी ऐसी कोई भी, किसी भी पैथी की मेडिसिन न लें जो कामोत्तेजना बढ़ाने में मदद करे, लिंग में तनाव लाये या शीघ्रपतन रोके.। वर्ना पेनिस और डेमेज होगा.
सेक्स पॉवर की दवाएं ब्लड की रफ्तार लिंग में बढ़ा देती हैं, वह फूलकर खड़ा हो जाता है. ये दवाएं लिंग की सेंसिटिविटी घटा देती है, वह कम फील करता है: जिससे देर यह स्खलित होता है. लेकिन ज़ब स्खलन के बाद ब्लड तेजी से वापस लौट जाता है, तब लिंग की नसें डेमेज होती हैं. वे फ़ैल भी जाती हैं. फिर अधिक पॉवर की दवा लेनी पढ़ती है, और एक दिन सारी दवा फेल हो जाती है. इंसान पूरी तरह बेकाम का हो जाता है.
हार्ट पर, आँखों पर, लिवर पर तो इन दवाओं का बहुत बुरा असर पड़ता है.
मेडिटेटिव सेक्स की टेकनिक से देर तक वीर्य को डिस्चार्ज होने से रोका जा सकता है. लिंग में तनाव के लिए टच/मसाज थेरेपी और मज़बूती के लिए प्राणिकहीलिंग को बेस बनाया जा सकता है.
आप को डायबीटीज है तो भी, नहीं है तो भी : आप हमारे व्हाट्सप्प : 9997741245 पर संपर्क करने के बाद, कम्प्लीट सेक्स की क्षमता का विकास हमसे मिलकर कर सकते हैं. मेडिटेटिव मिक्सप की ट्रिक दोनों बॉडी पार्टनर को समझनी होती है. इसलिए कपल्स इसे समझ सकते हैं. वीर्य को डिस्चार्ज होने से पर्याप्त समय तक रोका जा सकता है. यानी आप जब चाहें तब डिस्चार्ज हो- कमांड आपके हाथ में. मैं इसी विद्या के बल पर दो घंटे तक वीर्य को डिस्चार्ज होने से रोकने में समर्थ हूँ. आप भी जानते हैं, जब तक वीर्य नहीं बहता, पेनिस ऐक्टिव रहने से मना नहीं करता. मैं एक घंटे सेक्स करने की केपेसिटी पेसेंट में मैं डेवलप कर देता हूँ. इसके लिए कोई शुल्क भी नहीं लिया जाता है. हाँ समय जरूर लगता है. बनिया की दुकान का सामान नहीं की तुरंत लिए और भागे.

महिलाओं से संबंधित की बात :
मधुमेह से पीड़ित महिलाएं भी यौन कठिनाइयों का अनुभव करती हैं। यदि इसे ठीक से नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो ~
उच्च रक्त शर्करा नसों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जो अच्छी सेक्स लाइफ के लिए आवश्यक हैं। यह जननांगों में रक्त के प्रवाह को भी बाधित कर सकता है, जो संवेदना को बढ़ाता है और स्नेहन को ट्रिगर करता है।
महिला का मस्तिष्क उसकी कामुकता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब वह यौन उत्तेजित होती है, तो उसका मस्तिष्क अपने जननांगों को संदेश भेजता है कि वह सेक्स के लिए तैयार होना शुरू कर दे।
लेकिन मधुमेह से होने वाली तंत्रिकाक्षति इन संकेतों को प्रेषित करने के तरीके में हस्तक्षेप करती है। नतीजतन, एक महिला सेक्स में रुचि खोती है। वह आनंददायक संवेदनाओं को महसूस नहीं करती है। उसका शरीर पर्याप्त रूप से इसके लिए तैयार नहीं होता है.
उच्च रक्त शर्करा मधुमेह से पीड़ित महिलाओं को कुछ संक्रमणों के लिए अधिक प्रवण बना सकता है, जो योनि ऊतक को परेशान करता है।
उचित तंत्रिका संकेतन और जननांग रक्त प्रवाह दोनों सनसनी और संभोग के लिए आवश्यक हैं।
मधुमेह तनावपूर्ण हो सकता है। अपने दिमाग में तनाव के साथ, एक महिला को आराम करने और अंतरंगता का आनंद लेने में परेशानी हो सकती है।
महिलाओं को काउंसलर या सेक्स थेरेपिस्ट से मिलने पर लाभ होता है। कभी-कभी, मधुमेह के प्रबंधन का तनाव बहुत अधिक होता है। एक मनोचिकित्सक को उस तनाव और संबंधित चिंता को कम करने में मदद कर सकता है।

कारगर सेक्स ड्राइव के लिए 07 अहम टिप्स :
(1). सेक्स के दौरान शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव होता रहता है. ब्लड-शुगर कम होने पर थकान महसूस होती है और हाई होने पर पुरूषों के इरेक्शन और महिलाओं के कामोत्तेजना में कमी आ जाती है.
ओरल सेक्स से शुरुआत की जा सकती है. शुरुआत, अंत नही. उत्तेजना से इरेक्शन होते ही नेचुरल सेक्स की ओर मुड़ जाना चाहिए.

(2).  शुगर के लेवल को नियंत्रण रखें. समय पर शुगर की जांच करते रहें जिससे आपको अपनी परिस्थिति का अंदाजा लग जाएगा. 

(3).विशेष स्थिति में पुरुष phosphodiesterase inhibitors और vasodilators आदि दवाईयों का सेवन कर सकते हैं.
इससे ब्लड का सर्कुलेशन सही होता है और इरेक्शन थोड़ा ठीक से होता है.
(4).डॉक्टर के सलाह के अनुसार डायट लें और नियमित रूप से व्यायाम करने की कोशिश करें.
कीगल एक्सरसाइज काफ़ी कारगर सावित होती है पुरुष के लिए. यह नियमित की जानी चाहिए.
(5). vaginal dryness की समस्या एस्ट्रोजन लुब्रीकेंट सुलझायी जा सकती है.
होठो से सहलाकर, क़िस कर और पेनिस से पहले जीभ को योनि मे डालकर अनुकूलन कायम किया जाना चाहिए.
(6).अपने पार्टनर के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएं. सेक्स जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्यार होना ज़रूरी होता है.
अगर वास्तविक प्यार नहीं है, समझौता व्यर्थ है. सारी दवा ब्यर्थ है.
(7). लिंगोथान के लिए पार्टनर को बिल्कुल वस्त्ररहित कर उसके हर बॉडी पार्ट की मसाज की जानी चाहिए.
इस दौरान उसके अंगों का ध्यान से शुक्ष्म निरीक्षण, अध्ययन करते रहना चाहिए : ख़ासकर जाँघे, पेडू, हिप, योनि, बूब्स, गाल और होंठ का.
इससे बेहतरीन और निरापद दवा और कोई नहीं हो सकती.

नशे से दूरी सबसे जरुरी :
ब्लड शुगर से कई अंग प्रभावित होते हैं।यह आंख, किडनी और हार्ट को खासकर यह प्रभावित करता है।
डायबिटीज की वजह से शरीर के कई अंग सही से काम नहीं करते और इंसान में मोटापा, ब्लड प्रेशर जैसी समस्या का होना आम बात होती है।
किसी भी प्रकार के नशे की लत से बचना चाहिए। नशे की वजह से आपके सेक्स लाइफ पर वैसे भी बुरा असर पड़ता है और डायबिटीज में इसका खतरा दोगुना हो जाता है।
एल्कोहल का उपयोग न करें। धूम्रपान की वजह रे ब्लड सेल कमजोर होती हैं और इससे आपके सेक्स लाइफ पर असर पड़ता है। धूम्रपान और एल्कोहल की वजह से आप ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज के खतरे को भी बढाते हैं।
🔥चेतना विकास मिशन:

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