-सुसंस्कृति परिहार
ईडी की भारत सरकार के प्रति अति निष्ठा ऐसे हालात पैदा कर देना चाहती है कि आप भारत के नक्शे में कहीं नज़र ना आए।आम आदमी पार्टी से नफ़रत की मूल वजह तो यही है कि संघ और भाजपा के एक विश्वसनीय साथी ने भाजपा को कहीं का नहीं छोड़ा है वहीं दिल्ली पुलिस और उपराज्यपाल ने भारत सरकार के कहने पर दिल्ली सरकार की तमाम उपलब्धियों को आज कटघरे में खड़ा कर दिया है। जानकारों का कहना है नई शराब नीति से यकीनन पार्टी फंड में बहुत बड़ी राशि आई और उसे पार्टी के प्रचार-प्रसार में खर्च किया गया। पंजाब और गुजरात में मिली सफलताएं इसी का परिणाम थीं। क्षेत्रीय पार्टी से आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई।बस यहीं से भाजपा ने आप पार्टी को बड़ा ख़तरा समझा और उसे समाप्त करने ईडी के जाल का सहारा लिया। गुजरात में दखल बड़ा चैलेंज था।
जैसा कि विदित हो नवंबर 2021 में दिल्ली में नई शराब नीति लागू की गई. इससे पहले दिल्ली में शराब की 864 दुकानें थीं, जिनमें से 475 सरकारी थीं लेकिन नई नीति के तहत, सरकार शराब के कारोबार से पूरी तरह बाहर आ गई और शराब का कारोबार निजी हाथों में सौंप दिया गया.नई नीति आने से पहले 750ml की एक बोतल पर शराब कारोबारियों को 33.35 रुपये रिटेल मार्जिन मिलता था, लेकिन नई नीति के बाद 363.27 रुपये हो गया. इसी तरह, पहले एक बोतल 530 रुपये की मिलती थी, जो बाद में बढ़कर 560 रुपये हो गई. इससे एक तरफ कारोबारियों की तो मोटी कमाई हुई, दूसरी तरफ शराब की बिक्री पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी से होने वाली सरकार की कमाई तेजी से कम हो गई।
इसकथित शराब घोटाले का खुलासा 8 जुलाई 2022 को दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव नरेश कुमार की रिपोर्ट से हुआ था। इस रिपोर्ट में उन्होंने मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की। इसके बाद सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को केस दर्ज किया। सीबीआई की जांच के बाद मामला ईडी के सुपुर्द हुआ।तब से अब तक कई गिरफ्तारियां हुई, मनीष सिसोदिया के बाद, संजय सिंह फिर के कविता और अरविंद केजरीवाल।ये सब पार्टी के बड़े नेता हैं।अब ईडी की तलवार आतिशी और सौरभ भारद्वाज पर लटक रही है। बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार को नई आबकारी नीति से 149करोड़ का नुक़सान हुआ और पार्टी फंड में वृद्धि हुई।
सन् 1922में दर्ज इस मामले में जिस तरह धीरे-धीरे गिरफ्तारियां हुई है वह बताती है आमचुनाव से पहले पार्टी का वजूद खत्म करने भाजपा आतुर है। लेकिन संजय सिंह को जमानत देते समय ईडी को जिस तरह लताड़ा गया है उससे ना केवल भाजपा बल्कि ईडी की कार्रवाई संदेहास्पद हो गई है।मामले की जांच होनी चाहिए किन्तु पार्टी के नेताओं को जिस तरह जेल में ठूंसा जा रहा है वह बदले की भावना से किया जाने वाला घोर निंदनीय और अप्रजातांत्रिक कदम है।विपक्ष मुक्त भारत की तलब करने वाले आज भले सत्ता रुढ़ होकर अपने घोटालों से बेखबर हों उसकी पोल खुलने लगी है इसी शराब घोटाले मामले में भाजपा अध्यक्ष नड्डा जी भी शामिल हैं उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई दिल्ली शराब घोटाले के करीब 60 करोड़ रुपये का मनी ट्रेल भाजपा के खाते में मिलने के बाद आम आदमी पार्टी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की गिरफ्तारी की मांग की है। AAP की वरिष्ठ नेता आतिशी ने पकहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक होते ही भाजपा और शराब कारोबारी शरत रेड्डी के बीच मनी ट्रेल का लिंक देश की जनता के सामने आ गया है।कहा जाता है जिसके घर शीशे के हों वे दूसरे के घर पर पत्थर नहीं फेकते। केजरीवाल ने देर कर दी भाजपा में घुस जाते तो बेदाग हो जाते।
बहरहाल बड़ा दिलचस्प मुकाबला जारी है।ईडी और सरकार दोनों का पसीना छूटने लगा है। चार सौ पार अबकी बार दिवा स्वप्न ही रह जाएगा।
अभी से आटो वाले औरतों से बदतमीजी करने लगे कि फ्री वाली बस अब ना मिलेगी
केजरीवाल ने कहा था कि जिन के पानी के बिल ग़लत है हैं वो अभी जमा ना करवाएं। वन टाइम सैटलमैंट स्कीम ले कर आ रहे हैं और दिल्ली जल बोर्ड मीटर रीडर कह रहा था अब ना आएगी वो स्कीम। बिल जमा करवाए