धरती पर इंसानों की आबादी ने एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार 2011 में दुनिया की आबादी 7 अरब थी और 11 साल बाद 2022 में यह आंकड़ा 8 अरब हो गया है। UN ने इसे मानवीय विविधता का जश्न मनाने और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुई तरक्की पर खुशी जताने का मौका बताया है जिनके कारण मृत्यु दर में कमी आई है और इंसान की औसत उम्र बढ़ी है। इसके साथ ही अनुमान लगाया है कि साल 2080 तक वैश्विक आबादी 10.4 अरब के पीक पर पहुंच जायेगी।
9 अरब पर पहुंचने में लगेंगे 15 साल
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या अनुमानों ( United Nations population estimates) और अनुमानों का 27वाँ संस्करण है जो संयुक्त राष्ट्र सचिवालय के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग के जनसंख्या प्रभाग द्वारा तैयार किया गया है। इसमें कहा गया है कि वैश्विक आबादी की वृद्धि दर गिर रही है और जहां 7 से 8 अरब पहुंचने में वैश्विक आबादी को 12 साल लगे, वहीं 8 से 9 अरब पहुंचने में इसे 15 साल लगेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, अभी वैश्विक आबादी 1950 के बाद सबसे कम दर से बढ़ रही है और 2020 में इसके बढ़ने की रफ्तार एक प्रतिशत से भी कम हो गई और आगे इसके और भी गिरने का अनुमान है।
दुनिया ने 1 अरब का आंकड़ा पहली बार 1804 में पूरा कर लिया गया था। उसके बाद लगातार दुनिया की आबादी बढ़ती गई। 1927 में 2 अरब, 1960 में 3 अरब, 1974 में 4 अरब, 1987 में 5 अरब, 1999 में 6 अरब, 2011 में 7 अरब और अब इस साल 2022 में 8 अरब का आंकड़ा पुरा हो चुका है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अनुमान लगाया है कि वैश्विक जनसंख्या 2030 में 8.5 अरब हो सकती है। उसके बाद 2050 में 9.7 अरब और 2080 के दशक में 10.4 अरब पर वैश्विक आबादी पीक करेगी और 2100 तक इसी स्तर पर बनी रहेगी।
अगले साल आबादी में चीन को पीछे छोड़ देगा भारत – संयुक्त राष्ट्र
8 अरब हुई दुनिया की आबादी
दुनिया में जनसंख्या के मामले में चीन पहले नंबर पर है जहाँ, 142.58 करोड़ लोग रहते हैं। वहीँ, दूसरे नंबर पर भारत है, जिसकी जनसंख्या लगभग 142.07 करोड़ है। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने अपनी रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि आबादी के मामले में भारत अगले साल 2023 तक चीन को पीछे छोड़ देगा और दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में इस साल लगभग 11.68 करोड़ बच्चों का जन्म हुआ है और साल भर में लगभग 5.9 करोड़ लोगों की मौत हुई। इसका मतलब यह हुआ है कि दुनिया की जनसंख्या में 5.9 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, दुनिया में जनसंख्या वृद्धि की दर कम हुई है इसकी वजह से ही 8 अरब से 9 अरब होने में कुल 15 साल लगेंगे, जबकि 7 से 8 अरब होने में 12 साल का समय लगा।
8 अरब हुई दुनिया की आबादी
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि, साल 2050 में दुनिया की आधी जनसंख्या सिर्फ़ 8 देशों में होगी। इनमें कॉन्गो, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपीन्स और तंजानिया होंगे। इसके साथ ही दुनिया में हेल्थकेयर सेक्टर में काफी सुधार, टेक्नोलॉजी और मेडिकल साइंस के अत्याधुनिक होने के कारण लोगों को बेहतर इलाज मिल रहा है और इसकी वजह से वैश्विक स्तर पर मृत्यु दर में लगातार गिरावट आ रही है। यही वजह है कि दुनिया की जनसंख्या 8 अरब के आंकड़े तक पहुंच गई।
आपको बताते चलें संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या वृद्धि की प्रशंसा की क्योंकि मृत्यु दर में गिरावट और जीवन प्रत्याशा (Life Expectancy) में वृद्धि जारी है। दुनिया में इंसानो की औसत आयु साल 2019 में 72.8 साल थी, जो साल 1990 के बाद से लगभग 9 साल तक बढ़ चुकी है। और अनुमान है कि आगे भी मृत्यु दर में गिरावट जारी रहेगी और साल 2050 तक इंसानो की औसत उम्र 77.2 साल पहुंच सकती है।
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