–-सुसंस्कृति परिहार
साथियों,2024 का हृदय से स्वागत करें इसकी बात कुछ और ही है राम जी का पदार्पण होने वाला है हालांकि पांच साल में ऐसा महत्वपूर्ण साल आता रहा है अब 2029 में आएगा या नहीं तब का क्या भरोसा यह परमानंद मिले या ना मिले। इसलिए पुरज़ोर तरीके से इस साल का ख़ैर मकसद कीजिए। ख़ैर मकदम इसलिए कि हमारे बीच जो मियां भाई बहिन जान भी हैं वो भी इसकी अवज्ञा न करें जो भी ख़ुशियां मिलें उन्हें सहेज लें क्योंकि खुशियों का एक पल भी हमारे वज़ूद को ताकत देता है फिर तो अभी चौमासा है खुशियां झोली में आने वाली हैं।इसकी शुरुआत राममंदिर में रामजी की प्राण-प्रतिष्ठा से होने वाली है।जैसा कि हम जानते हैं राम सबके हैं क्या तुलसी क्या रहीम। इसलिए उनकी प्राण प्रतिष्ठा होते ही आपकी तमाम ज़रूरी ज़रुरतें पूर्ण होने की दिशा में बड़ी-बड़ी घोषणाएं होंगी।मसलन गैस , पेट्रोल में रियायतें। नौकरियों के विज्ञापन, कर्मचारियों के वेतन-भत्तों की किस्त, महिलाओं को करोड़पति बनाने की योजना, बेरोजगारों को सांत्वनाएं, मंहगाई की तल्खी कुछ कम और तीर्थाटन जैसी महत्वपूर्ण घोषणा वगैरह वगैरह।
हां, याद आया राम मंदिर में जो टिकिट निर्धारण हुआ है वह कुछ समय के लिए नि: शुल्क रहेगा।रेल भी नि: शुल्क रहेगी मज़ा ही मज़ा रहेगी।हो सके तो समूचे परिवार सहित जाकर फोकट में पुण्य लाभ अर्जित कर लें। तीर्थाटन भी है लेकिन वह बुजुर्गों के लिए है इसलिए इस मौके को ना छोड़िए।
महिलाओं के लिए लखपति करोड़ पति बनने के जब भी आवेदन पहुंचे नियम कानून कुछ ना देखें ,ले देकर आवेदन कर ही डालें और अपना चार माह का भविष्य सुरक्षित कर लें। लाड़ली बहना जो वंचित रह गई हैं वे भी लड़-झगड़कर, प्रेम से,ले देकर जैसे भी मुनासिब हो इसका लाभ लें कितनी बहनें हैं जो चार पांच किश्त ले चुकीं अभी चार माह बाकी है।भागते भूत की लंगोटी ही सही।उचित अनुचित देखने की फुर्सत किसी को नहीं है।उज्ज्वला गैस धारणी बहनें 450₹ में गैस लेकर खूब अच्छे पकवान बनाकर यादगार संक्रांति मना लें।अवसर का लाभ समुचित लाभ उठाएं।
राशन भी भरपूर मिलने वाला है इसे हर्गिज ना छोड़े।ना मिलने पर शिकायत दर्ज कराएं बराबर सुनवाई होगी। अधिकारियों की शिकायत पर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है ये भी हो सकता है उसे नौकरी से निकाल दिया जाए।ये अधिकारियों पर सख़्ती के दिन होते हैं जबकि आपके अच्छे दिन होंगे।जो बंट रहा है उसका लाभ लें, शीध्रता कीजिए वरना फिर पछताना होगा।जनता का सुनहरा या अमृतकाल यही है चार माह।
किसानों की खिदमत भी अच्छी तरह से होने की संभावना है उनकी सहायता राशि भी बढ़ाई जा सकती है और क्या चाहिए जितना मिल जाए उतना ही भला।उत्तेजित होने की ज़रूरत नहीं।देख चुके हैं जब आश्वासन भी काम नहीं आए। लोकलुभावन बजट भी आएगा।मस्त रहिए।जै श्री राम कहिए।
रंग में भंग ना पड़े इसके लिए बड़ी सतर्कता की ज़रुरत होगी। सरकार के विरोधियों खासकर कांग्रेस से दूरी बनाकर चलिए और किसी भी चीज़ की मांग करना,उसके विरुद्ध जुलूस जलसे , सत्याग्रह वगैरह ना करें।पहले ही लिखा जा चुका है जो मिल रहा है उसे समेटें।मांग करना,सवाल उठाना,अड़ जाना ये सत्ता विरोधी काम हैं इनका अंजाम बुरा होगा इनको करने वाले बुद्धि जीवी , पत्रकार, समाजसेवी, यहां तक कि सांसद भी जेल की हवा खा रहे हैं फिर आप किस खेत की मूली हैं?
समझ ही गए होंगे ये चौमासा आपके लिए कितना महत्वपूर्ण वरदान बनके आया है आमचुनाव दस्तक देने वाले हैं चुनाव आए इससे पहले जितना लूट सके तो लूट लें वरना अंत काल पछताएगा जब प्राण जाएंगे छूट।कल के भरोसे ना बैठिए। अच्छे दिनों का लुत्फ लीजिए।नया साल भी भी है। ख़ुशियां मना ही लीजिए।
और आगे —-जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिए।