पवन कुमार
_राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल आया है। चिंता की बात यह है कि आधे मरीजों में ओमिक्रोन का नया सब वेरिएंट बीए 2.75 पाया गया, जो तेजी से फैलता है।_
*फिर ना बन जाये लॉकडाउन की सेचुयेशन*
कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में एक बार फिर से फेसमास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। पिछले कुछ दिनों में ना केवल राजधानी दिल्ली में बल्कि अन्य राज्यों में भी कोविड के मामले तेजी से बढ़े हैं।
ऐसे में अंदेशा यह है कि अगर यह रफ्तार ना थमी तो फिर से लोगों को प्रतिबंधों को सामना करना पड़ सकता है। इसी बीच दिल्ली के लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल के मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग से ओमिक्रोन के नए सब वेरिएंट का पता लगा है।
*मरीजों में मिला बीए 2.75*
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में कोविड के मरीजों में ज्यादातर में यह वेरिएंट पाया गया है। चिंता की बात यह है कि इसके फैलने की रफ्तार पहले वाले वेरिएंट से ज्यादा है।
90 मरीजों पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि इसका प्रसार तेजी से होता है। अधिकारियों का कहना है कि आधे सैंपल में बीए 2.75 पाया गया है।
*दिल्ली में 24 घंटे में 8 मौतें*
ये आंकड़े चिंता इसलिए बढ़ा रहे हैं क्योंकि राजधानी में इन दिनों न केवल कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं बल्कि मौतें भी बढ़ी हैं।
गत दिवस यहां 2,246 केस सामने आए और 8 मरीजों ने दम तोड़ दिया। दिल्ली सरकार ने फेसमास्क अनिवार्य करने का आदेश तो अप्रैल में भी दिया था लेकिन इसे ठीक से लागू नहीं किया जा सका था।
हालांकि अब यह आदेश दिया गया है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क ना लगाने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
*थोड़ी-सी राहत की बात*
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए 2 हजार बेड हैं। कोरोना की पहली लहर से ही यह कोविड मरीजों के इलाज में बड़ा योगदान दे रहा है।
यहां के डॉक्टरों ने एक राहत की भी बात बताई है। उनका कहना है कि ओमिक्रोन के इस सब वेरिएंट से ज्यादा लोग गंभीर नहीं होते और जल्दी ठीक भी हो जा रहे हैं। ठीक होने में पांच से 7 दिन लगते हैं। लेकिन तन मन की जो क्षति होती है, वह अपूर्णनीय है. क़म हीं सही, मौतें भी हो हीं रही हैं.
*मुंबई में भी तेजी से बढ़े केस*
मुंबई में भी बुधवार को कोरोना के मामलों में 79 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। यहां 24 घंटे के अंदर 852 नए मामले रिकॉर्ड हुए थे।
यहां 1 जुलाई के बाद कोरोना के मामलों में तेजी से उछाल आया है। यहां पिछले 24 घंटे में कोरोना से एक मरीज की जान भी चली गई थी।
_अवाम की लापरवाही भी तो चरम ही है. इस मामले में सरकार ही दोषी नहीं हैं. डंडे क़े बल पर कितने नियमों का पालन कराया जा सकता है और भला कब तक.
(चेतना विकास मिशन)