महज 24 घंटों बाद ही लोकसभा चुनाव 2024 की तस्वीर बहुत हद तक साफ हो सकती है। 1 जून को शाम 6 बजे से एग्जिट पोल आने शुरु हो जाएंगे। देशभर की तरह एमपी के लोगों को भी इसका बेसब्री से इंतजार है। प्रदेश में 2019 में अधिकांश एजेंसियों के एग्जिट पोल बिल्कुल सटीक साबित हुए थे। ज्यादातर एग्जिट पोल में एमपी की 29 में से 27-28 सीटें बीजेपी को और महज 1-2 सीटें कांग्रेस को मिलने का अनुमान था। जब परिणाम घोषित हुए तो एग्जिट पोल सही साबित हुए। बीजेपी की आंधी में प्रदेश में कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी निपट गए थे। यही कारण है 1 जून को आनेवाले एग्जिट पोल ने नेताओं का टेंशन बढ़ा दिया है। दोनों दलों के कई प्रत्याशी तो बाकायदा पूजा पाठ में जुटे हुए हैं।
स बार चुनाव आयोग के निर्देश पर लोकसभा चुनाव के लिए 1 जून को ही एग्जिट पोल का प्रसारण किया जाएगा। एग्जिट पोल को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में खासी गहमागहमी है। एमपी में कांग्रेस कमेटी ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि पार्टी नेता, प्रवक्ता टीवी पर एग्जिट पोल की डिबेट में शामिल नहीं होंगे। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आल इंडिया कांग्रेस कमेटी यानि एआईसीसी के निर्देश पर यह फैसला लिया है।
सबसे सटीक एग्जिट पोल
2019 के लोकसभा चुनावों Lok Sabha Elections 2019 में एमपी के ज्यादातर एग्जिट पोल सटीक साबित हुए थे। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एक्जिट पोल ने 29 में से 26 से 28 सीटें बीजेपी को दी थीं और चुनाव परिणाम बिल्कुल ऐसे ही आए। कांग्रेस केवल छिंदवाड़ा पर ही जीत हासिल कर सकी थी। जन की बात और आईएएनएस-सी वोटर ने भी एग्जिट पोल में बीजेपी की प्रचंड जीत का अनुमान लगाया था। इन दोनों एजेंसियों ने बीजेपी को 24-24 सीटें मिलने का अनुमान जताया था। एक एजेंसी ने बीजेपी को 57 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान बताया था जोकि वास्तविकता के बेहद करीब 58 प्रतिशत रहा था।
एग्जिट पोल की सटीकता के कारण ही इस बार भी 1 जून के पहले दोनों दलों के प्रमुख नेता कुछ तनाव में दिख रहे हैं। कई प्रत्याशी प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में जाकर माथा टेक रहे हैं।
बता दें कि 2019 में कांग्रेस के कई बड़े नेता भी चुनावी घमासान में निपट गए थे। पिछले चुनावों में हाई प्रोफाइल भोपाल सीट सबसे ज्यादा हॉट सीट थी। यहां से कांग्रेस के दिग्गज दिग्विजय सिंह ने चुनाव लड़ा था लेकिन बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने उन्हें बुरी तरह हराया। भोपाल लोकसभा सीट से दिग्विजय सिंह के साथ ही झाबुआ-रतलाम से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कांतिलाल भूरिया, सीधी लोकसभा सीट से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह और जबलपुर लोकसभा सीट से विवेक तन्खा चुनाव हार गए थे।
इस बार चार चरणों में वोटिंग
लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में इस बार चार चरणों में वोटिंग हुई। शुरुआती चार चरणों में ही एमपी की सभी 29 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। बीजेपी सभी 29 सीटों पर जीत का दावा कर रही है वहीं कांग्रेस कह रही है कि हम बीजेपी से ज्यादा सीटें जीतेंगे।