सीनियर नेताओं को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गईं है। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी आठ दिग्गज 43 विधानसभा सीटों पर असर डालेंगे। आइए जानते हैं क्या है बीजेपी का प्लान!बीजेपी की दूसरी लिस्ट में 39 उम्मीदवारों में 8 दिग्गजों के विधानसभा चुनाव में उतारने को लेकर कयास लगाए जा हरे हैं कि पार्टी जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण को भी साधने की कोशिश कर रही है। दूसरी लिस्ट में तीन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रहलाद पटेल के अलावा चार सांसद रीती पाठक, उदय प्रताप सिंह, राकेश सिंह और गणेश सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है।
कितनी सीटों को असर डालेंगे दिग्गज उम्मीदवार
बीजेपी ने दूसरी लिस्ट में बड़े नेताओं के नाम शामिल किए हैं। तीन केंद्रीय मंत्री, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और 4 सांसद करीब 43 विधानसभा सीटों पर असर डालेंगे।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर-
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर वर्तमान में मुरैना लोकसभा सीट से सांसद हैं। इस सीट पर उनका दबदवा है। इस बार पार्टी ने उन्हें मुरैना की दिमनी सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। मुरैना की सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा हैं, ऐसा माना जा रहा है कि तोमर के चुनाव मैदान में उतरने से बाकी सीटों पर भी असर होगा।
सीधी सांसद रीति पाठक-
सीधी से वर्तमान में सांसद रीति पाठक को बीजेपी ने इस बार विधानसभा चुनाव में उतारा है। रीति पाटका सीधी क्षेत्र में खासा प्रभाव है। सीधी की चार सीटों में से तीन पर बीजेपी है तो एक पर कांग्रेस है। रीति ने पहली बार 2014 लोकसभा चुनाव जीता था। उसके बाद 2019 में उन्होंने सीधी लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार अजय सिंह को करीब ढाई लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था।
सतना सांसद गणेश सिंह-
गणेश सिंह को पहली बार विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ेंगे। सिंह लगातार चार बार से सतना सीट से चुनाव जीत चुकें है। सतना की 7 सीटों में से पांच बीजेपी के पास है दो कांग्रेस के कब्जे में है। ऐसा माना जा रहा है कि इस सतना सभी सीट गणेश सिंह का असर पड़ेगा।
सांसद उदय प्रताप सिंह-
उदय प्रताप सिंह वर्तमान में होशंगाबाद(नर्मदापुरम) से सांसद है। बीजेपी ने इस बार नरसिंहपुर की गाड़रवारा सीट से उन्हें प्रत्याशी बनाया है। उदय प्रताप सिंह के विधानसभा चुनाव में उतरने से बीजेपी को नरसिंहपुर की हारी हुई तीन सीटों पर फायदा मिल सकता है।
राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय-
कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव का टिकट देकर पार्टी ने चौंकाया है। विजयवर्गीय को इंदौर-1 विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है। इंदौर की 9 सीटों में से पांच सीटों पर बीजेपी का कब्जा है, तो चार कांग्रेस के पास है।
जबलपुर सांसद राकेश सिंह-
महाकौशल में साल 2018 के चुनाव में बीजेपी की स्थिति ठीक नहीं थी। इस बाद पार्टी के वर्तमान जबलपुर सांसद राकेश सिंह को पश्चिम विधानसभा से उम्मीदवार घोषित किया है। सिंह पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे है। हालांकि माना जा रहा है कि राकेश सिंह के विधानसभा चुनाव लड़ने से पिछले चुनाव में हुए सीटों के नुकसान की भरपाई हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल-
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल को नरसिंहपुर से बीजेपी प्रत्याशी घोषित किया है। प्रह्लाद पटेल नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव के रहने वाले हैं।
फग्गन सिंह कुलस्ते-
केंद्रीय इस्पात और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को बीजेपी ने मध्य प्रदेश की निवास सीट से उतारा है। कुलस्ते का मंडला-डिंडौरी क्षेत्र में खासा प्रभाव है। पार्टी को पिछले चुनाव में यहां से सिर्फ एक सीट ही हाथ लगी थी।