अजय असुर
पूरे जर्मनी को अख़बारों और पैमफलेट के द्वारा ये यक़ीन दिलाया गया था कि पाँच लाख यहूदियों की वजह से जर्मनी का विकास रुका हुआ है….. ये खूब खाते हैं, ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं, ठीक उन चूहों की तरह जो सिर्फ गोदाम का नुकसान कर सकते हैं।
छः साल ये प्रोपोगेंडा चलता रहा…. सड़कों पे यहूदियों के खिलाफ नारे लगते रहे, लोग यहूदियों के दुश्मन बन गए और उन्हें मारना राष्ट्रवाद समझने लगे, मॉब लिंचिंग होती रही, यहूदियों को अलग-अलग केसों में फँसा के जेलों में ठूँसा जाता रहा, करीब तीन लाख यहूदी इन छह सालों में जर्मनी छोड़ के जा चुके थे… छठवे साल बाकायदा होलोकास्ट (यहूदी नरसंहार) शुरू हुआ जब कैम्प बनाए गए….. और करीब एक लाख अस्सी हजार यहूदी सरकार द्वारा मार दिए गए।
*भारत में मोदी का राष्ट्रवाद*
ठीक उसी प्रकार हिटलर के तर्ज पर संघ/भाजपा/मोदी ने पूरे भारत पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया/ प्रिंट मीडिया/सोशल मीडिया द्वारा यकीन दिलाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं कि इन मुस्लिमों की वजह से भारत का विकास रुक रहा है, और ये ज्यादा बच्चे पैदा कर भारत पर कब्जा कर पाकिस्तान बना देंगे। ये हिन्दुओं का देश है मुसलमानो का नही। वैसे तो आजादी के कुछ वर्षों बाद ही किन्तु पिछले 7 सालों से आक्रामकता से यह ये प्रोपोगेंडा चला रहे हैं। सड़कों पर मुस्लिमों के खिलाफ नारे लगा रहे हैं जिसके चलते हिन्दुओं के मन में मुस्लिमों के प्रति जहर भर दिया है, नफरत की खाई खोद दिया है दोनों समुदायों के बीच। हिन्दू मुसलमानों के दुश्मन बन गये हैं और उन्हें मारना राष्ट्रवाद समझने लगे हैं किसी ना किसी बहाने से माबलिन्चिग कर रहे हैं। मुस्लिमों को अलग अलग केसों में फंसा कर जेलों मैं ठूंस रहे हैं बाकायदा इन पर राष्ट्रद्रोह का आरोप मढ़कर उनका कत्लेआम करने से भी नहीं चूक रहे हैं। मगर इतना ध्यान रखना कि आखिर में हिटलर का क्या हश्र हुआ था……
*अजय असुर*