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अम्बानी को पर्सनल जू बनाने की अनुमति केसे दी गई 

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2020 मे खबर आई कि रिलायंस इंडस्ट्रीज गुजरात के जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा चिड़ियाघर बनाने जा रही है. जिसमें भारत और विदेशों से जानवर लाकर रखे जाने है और यह चिड़ियाघर जानवरों की संख्या और स्पीशीज के मामले में दुनिया के सबसे बड़े चिड़ियाघर में से एक माना जा रहा है जामनगर के करीब करीब 300 एकड़ में बने इस जू मे पिग्मी हिप्पो, ओरंगुटान, लेमुर, फिशिंग कैट, स्लॉथ बियर, बंगाल टाइगर, मलायन टपीर, गोरिल्ला, जेबरा, जिराफ, अफ्रीकी हाथी और कोमोडो ड्रैगन जैसे जानवरों के आने की बात बताई जा रही थी और अंबानी जी के इस प्राइवेट जू के लिए देश भर के बड़े चिड़ियाघर से जानवर भेजे जा रहे हैं ……नैनीताल जू के दाे बाघों शिखा और बेताल को मुकेश अंबानी के रेस्क्यू सेंटर और चिड़ियाघर जामनगर गुजरात भेजा गया है, जिसके बाद अब नैनीताल जू में सिर्फ दो बाघ बचे हैं। मध्य प्रदेश के चिड़िया घरों से कई जानवरो को भेजा जा चुका है पिछले साल भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क से टाइगर पंचम को जाम नगर भेजा गया है सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि किसी प्राइवेट व्यक्ति या संस्था को इस तरह का पर्सनल जू बनाने की अनुमति केसे दी जा रही है अगर आपके हमारे जैसे व्यक्ती कोई जंगली जानवर पाल ले तो तुरंत वन विभाग कार्यवाही कर देता है  लेकिन अंबानी के लिए सारे नियम कायदे ताक पर रख दिए गए हैं

 

अनंत अम्बानी की एनीमल सेवा भावना की असली सच्चाई क्या है ये ठीक से समझ लीजिए

गिरीश मालवीय 

इस देश की जनता कितनी आसानी से मूर्ख बनती है यह देख कर कभी कभी आश्चर्य होता है ……अब अंबानी जी का ही उदाहरण लीजिए पिछले दो तीन दिन से देश की टॉप ब्रांड मैनेजमेंट मार्केटिंग कंपनियों द्वारा मीडिया मे अनंत अंबानी की छवि को जबरदस्त तरीके से ग्रूम कर के पेश किया जा रहा है

आज तक पर एक इंटरव्यू दिखाया जा रहा है जिसमे अनंत अंबानी को बेजुबान जानवरो की सेवा करने वाला एक मसीहा बताया गया है  …..सच ये है कि बिके हुए पत्रकारो ने अनंत की छवि चमकाने का बीड़ा उठा लिया है, सोशल मीडिया के छिपे हुए पैड इनफ्लुएंसर अंबानियो की जानवरो के प्रति बरती जा रही दयानतदारी की बलैया ले रहे हैं और इस पर पोस्ट तक लिख रहे हैं …….

इस मेगा प्रचार का प्रभाव इतना है कि आम आदमी भी इस झांसे मे आकर सोशल मीडिया पर अंबानी की लिहो लिहों कर रहा हैं 

अब इस सेवा भावना की असली सच्चाई क्या है ये ठीक से समझ लीजिए …….2020 मे खबर आई कि रिलायंस इंडस्ट्रीज गुजरात के जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा चिड़ियाघर बनाने जा रही है. जिसमें भारत और विदेशों से जानवर लाकर रखे जाने है और यह चिड़ियाघर जानवरों की संख्या और स्पीशीज के मामले में दुनिया के सबसे बड़े चिड़ियाघर में से एक माना जा रहा है जामनगर के करीब करीब 300 एकड़ में बने इस जू मे पिग्मी हिप्पो, ओरंगुटान, लेमुर, फिशिंग कैट, स्लॉथ बियर, बंगाल टाइगर, मलायन टपीर, गोरिल्ला, जेबरा, जिराफ, अफ्रीकी हाथी और कोमोडो ड्रैगन जैसे जानवरों के आने की बात बताई जा रही थी और अंबानी जी के इस प्राइवेट जू के लिए देश भर के बड़े चिड़ियाघर से जानवर भेजे जा रहे हैं ……

नैनीताल जू के दाे बाघों शिखा और बेताल को मुकेश अंबानी के रेस्क्यू सेंटर और चिड़ियाघर जामनगर गुजरात भेजा गया है, जिसके बाद अब नैनीताल जू में सिर्फ दो बाघ बचे हैं। 

मध्य प्रदेश के चिड़िया घरों से कई जानवरो को भेजा जा चुका है पिछले साल भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क से टाइगर पंचम को जाम नगर भेजा गया है 

सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि किसी प्राइवेट व्यक्ति या संस्था को इस तरह का पर्सनल जू बनाने की अनुमति केसे दी जा रही है अगर आपके हमारे जैसे व्यक्ती कोई जंगली जानवर पाल ले तो तुरंत वन विभाग कार्यवाही कर देता है  लेकिन अंबानी के लिए सारे नियम कायदे ताक पर रख दिए गए हैं 

अंबानी के इस निजी जू को बनाने से रोकने के लिए सबसे पहले गुजरात हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की गई जिसमें कहा गया था कि जानवरों की सुरक्षा और उनके रखरखाव को ध्यान में रखते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज को निजी चिड़ियाघर बनाए जाने से रोका जाना चाहिए. याचिका में कहा गया था कि विदेश से भारत लाए जाने वाले जानवरों के लिए यहां का वातावरण और खाना पीना सुरक्षित नहीं हो सकता है.

उसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस प्रोजेक्ट पर एक व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर इस पर रोक लगाने की मांग की सुप्रीम कोर्ट में दायर जनहित याचिका में कहा गया था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के non-profit ऑर्गेनाइजेशन को चिड़ियाघर चलाने का कोई अनुभव नहीं है और उसकी क्षमता पर संदेह है, इसलिए उसे रोका जाना चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस कृष्णा मुरारी ने कहा कि इस तरह की आपत्तियों में कोई दम नहीं है और अगर कोई कंपनी निजी चिड़ियाघर बनाना चाहती है तो उसे किसी भी आधार पर रोका नहीं जा सकता. सेंट्रल जू अथॉरिटी की 33वीं बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के इस प्लान को मंजूरी मिली चुकी हैं 

अंबानी जी ने अपने निजी जू का नाम ग्रीन जूलोजिकल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन किंगडम रखा है, यानी अब अनंत अंबानी को एक पशु प्रेमी और पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र का सीईओ बता कर प्राइवेट जू पर पर्दा डाला जा रहा है और देश की जनता के आंखों मे खुले आम धूल झोंकी जा रही है

दुनिया के सबसे मशहूर ड्रग डीलर पाब्लो एस्कोबार ने भी अपने देश कोलंबिया मे अपने लिए इसी तरह का जू बनवाया था बाद मे पता चला के दुनियां भर से लाए गए जानवरो ने कोलंबिया के पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से तबाह कर दिया …….

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