डॉ. प्रिया
_सेक्स के दौरान प्रोपर इरैक्शन न होना इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile Dysfunction) है। इरैक्ट न हो पाना एक ज़टिल स्वास्थ्य समस्या है। यह समस्या हैण्डप्रैक्टिस करने, कई स्त्री को यूज करने, नशा करने, लिंग में चोट लगने, सेक्सपॉवर की दवा लेने से जन्म लेती है. कोई तेल, टैबलेट, इंजेक्शन काम नहीं आएगा. इलाज़ सिर्फ सर्जरी है या फिर मेडिटेशन थेरेपी. यहाँ इस लेख में मैं कुछ सामान्य टिप्स दूंगी, जो आपके पार्टनर को किंचित लाभ दे सकेंगे._
आजकल इस तरह की समस्या किशोरवय के लड़कों में भी देखी जाने लगी है. कई बार 60 साल का बंदा जवान सावित होता है 16 साल के बंदे से.
मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक 40 की उम्र के बाद तकरीबन 80 फीसदी पुरूषों में ऐसी समस्या पाई जाती है। इससे न केवल पुरूषों का मनोबल गिरता है बल्कि रिश्ते में खिन्नता आने लगती है। अधिकतर लोग इमोशनली कमज़ोर होने लगते हैं।
इरैक्शन सेक्सुअल अराउज़ल (Sexual Arousal) से होता है। जब आपके तन मन में सेक्सुअल विचार या डिजायर आते हैं, तो स्टिमयूलेशन (Stimulation) होता है। फिर ब्रेन नर्वस के ज़रिए वो सेंसेशन रिसीव करता है और हार्ट को सिगनल देता है। उसके बाद हार्ट बल्ड पंप करता है और पीनस में भेजता है। ऐसे में इरैक्शन के लिए सेक्सुअन अराउज़ल का होना ज़रूरी है।
बार बार पार्टनर पर फोक्स करना और पीनस को मॉनिटर करना ये चीजें अटेंशन को डायवर्ट करती है।
अगर आप लाइफ पार्टनर इस समस्या से ग्रस्त है, तो उनका फोक्स इसी बात पर रहता है कि क्या मेरा पार्टनर मेरे साथ अच्छा फील करेगी। ये भावना पुरूषों को अपनी सेंसेशन से डिसकनेक्ट करने लगता है। फिर पुरूषों को प्लेजर मिलना बंद हो जाता हैं। इससे इरैक्शन लूज़ होता है, जो एक साइकॉलोजिकल समस्या होती है।
इसके अलावा ऐसी महिलाएं जिनके पार्टनर इस समस्या से जूझ रहे हैं, वे हर वक्त अपना इरैक्शन मॉनिटर करते रहते हैं कि कहीं ये ढ़ीला तो नहीं हो रहा। कहीं इरैक्शन कम तो नहीं हो रहा। इस समस्या को स्पेकटैकोरिंग कहते हैं। बार बार पार्टनर पर फोक्स करना और पीनस को मॉनिटर करना ये चीजें अटेंशन को डायवर्ट करती है।
अगर आप अपने पार्टनर की इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से चिंतित हैं, तो उन्हें ये आसान उपाय सुझाएं :
*1. सही खान पान :*
फ्राइड और जंक फूड का रेगुलर इनटेक हमारे बॉडी वेट को बढ़ाने के अलावा शरीर में कई बीमारियों के जोखिम को भी बढ़़ाने लगता है।
अपने पार्टनर को इरेक्टाइल डिसफंक्शन से उभारने के लिए डाइट में विटामिन्स, मिनरल्स, कैल्शियम और प्रोटीन का इनटेक बढ़ा दें।
साइंस डायरेक्ट के एक रिसर्च के मुताबिक जो पुरूष इस समस्या से ग्रस्त हैं। उनके शरीर में फ्लेवोनॉयड्स की मात्रा कम पाई जाती है, जो हमें फलों और सब्जियों से प्राप्त होते है।
दरअसल, ये तत्व इरेक्टाइल फंक्शन को मज़बूत बनाता है। अपनी डाइट में फल, सब्जियों और फ्लेवोनॉयड्स को सम्मिलित करके इस समस्या को हल कर सकते हैं।
*2. धूम्रपान, तम्बाकू, अल्कोहल से बचें :*
धूम्रपान तो पेनिस तक को छोटा कर देता है. तम्बाकू चबाना सेक्स शक्ति का सर्वविदित शत्रु है. अल्कोहल का सेवन पार्टनर के शरीर में कई समस्याओं के खतरे को बढ़ाता है। इससे शरीर में हाई ब्लड प्रेशर, तनाव, सेक्सुअल रिस्क बिहेवियर और हार्ट हेल्थ का खतरा रहता है।
एनसीबीआई की रिसर्च के मुताबिक 84 पुरूष जो नियमित तौर पर अल्कोहल का सेवन कर रहे थे। उनमें से 37 फीसदी पुरूषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या पाई गई।
*3. योग का सहयोग :*
अगर आपका पार्टनर इस समस्या से ग्रस्त है, तो योग एक आसान विकल्प है। दरअसल, कई बार ब्लड फ्लो नियमित न होने और हार्मोंनल इंबैलेंस के अलावा और भी बहुत से कारण इस समस्या को जन्म देते हैं।
मोटापा, हार्ट हेल्थ और डायबिटीज़ भी इसका मुख्य कारण बन जाते हैं। ऐसे में आप योग के माध्यम से इस समस्या को दूर कर सकते हैं। इससे शरीर में ब्लड का फ्लो बेहतर होता है और पैल्विक मसल्स रिलैक्स हो जाते हैं।
इससे इरैक्शन लूज़ होने की समस्या दूर हो जाती है। इसके लिए आप अपने रूटीन में पश्चिमोत्तानासन, बद्धकोणासन और धनुरासन को नियमित तौर पर शामिल कर सकते हैं। कीगल एक्सरसाइज सबसे बेहतर है.
*4. इमोशनली मोटिवेट :*
ये एक भावनात्मक समस्या भी है। आपका पार्टनर बहुत बार ये सोचकर परेशान हो जाता है कि आप क्या सोचेगीं। ऐसे में आपको मज़बूती से उस स्थिति को संभालना है।
आप उन्हें प्रोत्साहित करें और इरैक्शन लूज होने की समस्या को तूल न दें। न ही इस समस्या को लेकर उन्हें कोसें। आपका साथ उनकी आधी टेंशन को खत्म करने का काम कर सकता है।
बैडरूम में उन्हें हेल्दी माहौल प्रदान करें और इस विषय पर बात करके उन्हें इमोश्नल सपोर्ट दें. पार्टनर को बैडरूम में हेल्दी माहौल प्रदान करें और इस विषय पर बात करके उन्हें इमोशनल सपोर्ट दें।
*5. डॉक्टरी जांच :*
अगर आपका पार्टनर इस समस्या से परेशान है, तो पार्टनर की सलाह से डॉक्टरी जांच और परामर्श बहुत ज़रूरी है। इस डिजीज से जुड़े सभी टेस्ट और जांच करवाएं ताकि समस्या को हल कर सकें।
इसके अलावा मानसिक तौर पर खुद को हेल्दी रखने के लिए मनोवैज्ञानिक और सेक्स थेरेपिस्ट की सलाह भी है।
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार युवा मर्दों में बहुत तेली से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या (Erectile dysfunction) बढ़ रही है। प्रति 10 में से 08 मर्द इसका शिकार हो रहा है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या देखने को मिलती है। इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार खराब लाइफस्टाइल और खराब डाइट को ठहराया जा रहा है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन न केवल सेक्सुअल लाइफ को प्रभावित करता है, बल्कि पुरुष इससे अपना आत्मविश्वास भी खोने लगते हैं।
बाज़ार में इसके लिए वियाग्रा जैसी बहुत सारी दवाएं मौजूद हैं, जो व्यर्थ हैं. उनके साइड इफैक्ट्स होते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने और अपने पार्टनर के आहार में उन खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जो प्राकृतिक तौर पर सेक्स क्षमता (Sex foods) और इरेक्शन बढ़ाने में मददगार हैं।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने पर पुरुषों को पेनिस इरेक्शन और इरेक्शन को मेंटेन रखने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर मर्द इस बारे में बात करने से भी कतराते हैं.
आपकी रसोई में कुछ ऐसे प्राकृतिक वियाग्रा फूड्स उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से आप इस समस्या से उबरने में अपने पार्टनर की मदद कर सकती हैं.
*1. पालक :*
पालक में पर्याप्त मात्रा में फोलेट मौजूद होता है जो ब्लड फ्लो को बूस्ट करने में मदद करता है। इसके साथ ही फोलिक एसिड मेल सेक्सुअल फंक्शन को बढ़ावा देती हैं।
1 कप कुक्ड पालक हमारे शरीर में फोलेट की नियमित आवश्यकता का 77 प्रतिशत हिस्सा होता है। इसके साथ ही इसमें मैग्निसियम की भी पर्याप्त मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड फ्लो को बूस्ट करने के साथ ही शरीर में टेस्टेस्टेरोन के स्तर को बनाये रखने में मदद करता है।
*2. एवोकाडो :*
एवोकाडो पुरुषों के स्पर्म काउंट को बढ़ावा देता है और पुरुषों में इनफर्टिलिटी की स्थिति में कारगर हो सकता है।
इसके साथ ही एवोकाडो में जिंक की मात्रा पाई जाती है और जिंक उन आवश्यक मिनिरल्स में से एक है जो स्पर्म क्वालिटी को बढ़ावा देते हुए टेस्टोस्टेरोन प्रोडक्शन और फर्टिलिटी को बनाए रखने में मदद करती हैं।
*3. सेब :*
सेब प्रोस्टेट की सेहत के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। सेब के छिलके में विशेष रूप से उर्सोलिक एसिड नामक एक्टिव कंपाउंड मौजूद होते हैं। उर्सोलिक एसिड प्रोस्टेट कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोक सकता है।
अध्ययनों की माने तो जो पुरुष अधिक फल और सब्जियों का सेवन करते हैं, उनमें प्रोस्टेट कैंसर को मात देने की बेहतर संभावना होती है।
*4. कद्दू के बीज :*
पब मेड सेंट्रल के अनुसार कद्दू के बीज में जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है। यह आपके सेक्स हार्मोन के स्तर को उत्तेजित करने में मदद करता है और बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के आपके पार्टनर के सेक्स पॉवर को बढ़वा देता है।
*5. तरबूज :*
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार, तरबूज पौष्टिक फलों में से एक है जो पूरी तरह से वियाग्रा की तरह काम करता है। खासकर तरबूज के बीज आपके पार्टनर के सेक्स पॉवर को बढ़ावा देते हैं।
तरबूज में मौजूद साइट्रलिंग आपकी रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाते हैं और यह आर्गिनिन पैदा करते हुए नाइट्रिक ऑक्साइड बनाने में मदद करते है।
नाइट्रिक ऑक्साइड आपके यौन जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह आपके पार्टनर की भावनाओं को बढ़ाता है और उन्हें मजबूत इरेक्शन देता है।
*6. केला :*
केले में भरपूर मात्रा में पोटैशियम मौजूद होते हैं जो ब्लड फ्लो को बढ़ावा देते हैं। पब मेड सेंट्रल के अनुसार इस फल में मौजूद विटामिन बी आपकी एनर्जी को बूस्ट करता है और आपके पार्टनर बिस्तर पर ज्यादा देर तक परफॉर्म कर सकते हैं। यह टेस्टोस्टेरोन के स्टार को भी बढ़ाता है।
*7. अनार :*
अनार का नियमित सेवन ऊर्जा शक्ति में सुधार करता है और आपके सेक्सुअल पावर को भी बूस्ट करता है। अनार का रस वियाग्रा की तरह काम करते हुए प्राकृतिक रूप से सेक्स डिजायर को बढ़ावा देता है।
इसके किसी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट भी नहीं होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो आपके इंटिमेट एरिया में ब्लड फ्लो को बढ़ावा देता है।
*8. डार्क चॉकलेट :*
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार डार्क चॉकलेट का सेवन मूड बूस्टिंग फूड्स के रूप में काम करते हुए स्ट्रेस लेवल को कम करता है।
स्ट्रेस इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का एक सबसे बड़ा कारण हो सकता है। डार्क चॉकलेट में सेरोटोनिन और फेनेथाइलामाइन पाया जाता है जो आपकी लिबिडो को बढ़ावा देते हैं।