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मन भर झूठ ,किलो किलो भर गाली !

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 –सुसंस्कृति परिहार 

धड़ाधड़ झूठ का परचम लहराकर दो बार वज़ीरेआज़म बने विश्व गुरु इन दिनों अपने जीवन के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं । लगातार सरकारी खजाने का दुरुपयोग करते हुए ,इसलिए अनेकों रैलियों और रोड शो कर रहे हैं। यह सत्ता बचाने की पुरज़ोर कोशिश है। पिछले दो आमचुनाव लफ्फाजी और पुलवामा शहीदों की बदौलत क्या जीत लिए अभिमान सिर चढ़ गया।अब झूठ और घमंड का घड़ा भर गया है।

यदि आकलन किया जाए तो उन्होंने मन भर झूठ बोला है जबकि उसके बदले गाली उन्हीं के मुताबिक किलो किलो भर ही पड़ी होगी । वस्तुत: उन्होंने खटाखट झूठ का लंबा  इतिहास रचा है। इतिहास में इतनी मनों झूठ कभी नहीं बोलीं गई।इसका शोध होना चाहिए। ट्रम्प के कार्यकाल में तो बराबर झूठ की गणना होती रही।काश हमारे यहां ऐसी व्यवस्था होती तो शोधकर्ता को दिक्कत नहीं होती।

गुजरात कै मुखिया के नाते उनके झूठ सिर्फ गुजरात की जनता जानती रही किंतू 2002 के नरसंहार के झूठ के साथ वह दिल्ली जब तख़्तनशीं हुए तो इससे पहले झूठ का सैलाब आ चुका था।लोग अच्छे दिन ढूंढ़ते रह गए।15लाख ₹ पाने के लिए खुलते खातों ने तो जनता का मन मोह लिया ऐसे दाता के लिए वोट तो मामूली चीज़ थी ,वे तो सिर मांग लेते तो वह भी मिलता।जनता ठगी गई उनके अच्छे दिन नहीं आए।दो दो आमचुनावों में कहीं गई बातें पांच सालों में भूल जाती है किंतु मंदिर मस्जिद या यूं कहें हिंदू मुसलमान इस कदर हुआ कि बड़ी तादाद में लोग इस प्रवाह में भी बहे।बेटी बचाओ बेटी पढ़ो अभियान उनके ही शब्दों में बेटी पटाओ बन गया। पहलवान लड़कियों से लेकर मणिपुर तक तो महिला अत्याचार की अनगिनत घटनाएं सामने आईं उसके प्रति झूठों के सरदार ने दो शब्द भी नहीं बोले। अपराधियों को दंड तो दूर की बात!

इसी बीच झूठ के बादशाह के ख़िलाफ़ इंडिया गठबंधन का निर्माण हुआ। नीतीश कुमार जैसे पलटूराम को जो गठबंधन की पहली बैठक पटना में बुलाता है उसे भाजपा ने खरीदा।ममता बनर्जी जिसने गठबंधन को इंडिया नाम से नवाजा था।वे भी गठबंधन से मुखर गई। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब पलटी मारने तैयार नहीं हुए तो उन्होंने ईडी ने काल्पनिक मामले में फंसा दिया।आम आदमी पार्टी के प्रभावी नेताओं के साथ केजरीवाल को आबकारी नीति में गड़बड़ी की वजह से जेल भेज दिया। भाजपा की इस गंदी चाल से देश की जनता नाराज़ हैं। बिहार, दिल्ली, झारखंड में भाजपा की चूचियां लें बुरी तरह हिली हुई हैं। उधर भाजपा के दबावों से तंग आकर ममता के सुर भी बदल गए।वे इंडिया को समर्थन की बात कहने लगी हैं।

कहते हैं जब झूठ का भांडा फूटता है तो अच्छे अच्छे धराशाई हो जाते हैं इलेक्टोरल बांड खरीदी का रहस्य अब उजागर हो चुका है जिसके कारण चंदा देने वालों ने देश में मंहगाई को बढ़ाया।बुरे दिन आते हैं तो ऐसा ही होता है कोवीशील्ड और कोवैक्सीन ने पूनावाला ने सरकार  की मिली भगत से नुकसान देह टीके की भारत में बिक्री की उससे भी पांच सौ करोड़ का चंदा लिया गया। गौवंश के हत्यारों से भी भरपूर चंदा लेकर उसे कटवाया साथ ही साथ वैक्सीन का पूरा पैसा जनता से डीज़ल, पेट्रोल और गैस के दाम बढ़ाकर वसूला तथा इसके अलावा पीएम केयर फंड का खुलासा ना करना बताता है कि झूठे ने देश ही नहीं विदेश से आई धनराशि डकार ली है। राहुलगांधी ने सदन में जब इस बीस हज़ार करोड़ की बात उठाई गौतम अडानी पर सीधा आरोप लगाया तब झूठे ने उन्हें संसद से निकाला।मुखर अन्य 90 सांसदों को निलंबित कर मनमाने प्रस्ताव पास किए जिनमें ड्राइवरों को जुर्माना और जेल की व्यवस्था हुई।संसद को मज़ाक बना दिया। राममंदिर को भी मज़ाक बना दिया।राम जी की ऊंगली थामे उन्हें मंदिर ले जा रहे पोस्टर तो यही कहते हैं वे रामजी से बड़े हैं। चारों शंकराचार्य नहीं गए प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस को राम विरोधी बता रहे हैं।केदार बाबा के यहां भी अपनी प्रदर्शन करते हैं।अजब अनुरागी हैं सनातन के।

कभी-कभी एक विपदा के साथ अनेकों विपदाएं अचानक टूट पड़ती हैं।अब देखिए जर्मनी से ध्रुव राठी का पदार्पण होता है।उनके पाठकों की संख्या 20मिलियन  तक पहुंच गई वे अच्छी तरह झूठे की पोल खोल रहे हैं।अब लिए रहिए गोदी मीडिया। राहुल गांधी के पंच न्याय जनता को लुभा रहे हैं।रवीश कुमार, अभिसार शर्मा, अजीतअंजुम,प्रसून जोशी और आरफा खानम की रिपोर्ट भी मोदी का कच्चा चिट्ठा परोस रही है।नेहा सिंह राठौर का गेम भी चेलेंज कर रहा है वह लगातार उनको अपने लोकगायकी से ताने परोस कर बखिया उधेड़ रही हैं। आश्चर्यजनक यह है कि सोशल मीडिया से अंधभक्त गायब है।आईटी सेल दम तोड़ रहा है क्योंकि झूठ के नित परखच्चे उड़ रहे हैं  और कोई नहीं ये काम खुद बा खुद झूठा शाह कर रहा है । देखिए,चौबीस घंटे के अंदर विचार बदल जाता है। अब भला ऐसे झुठेले पर कौन भरोसा करेगा? बुजुर्ग कहते हैं झूठ ज्यादा दिन नहीं चलता।बेशक झूठ और झूठे का यह अंतकाल है। चुनाव आयोग की धांधली ना चली तो सुनिश्चित है कि मन भर झूठ का जवाब अब गाली से नहीं वोट से देने में जनता लगी हुई है। उम्मीद है झूठ और सच के बीच, सच ज़िंदाबाद रहेगा।न्याय की लड़ाई में अन्याय हारेगा ।

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