अग्नि आलोक
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

नासमझ इश्क

Share

हम ढूढ़ते रह गए
उनको हर निग़ाह में,
पर वो तो खो ही गए
ओर किसी की बाहों में।

हम ने तो हमेशा उनसे
इक़रार ही किया था
पर वो ही हर बार
इन्कार ही करते रह गए।

हमने तो खो दिए
हर लफ्ज़ उनको मनाने में
पर उन्होंने तोड़ दिया
हर अल्फ़ाज़ हमे भुलाने में।

हमारा तो बीत ही गया जीवन
उनसे इश्क़ निभाने में
पर उन्होंने गुज़ार ही दिया
हर लम्हा हमें सताने में।

डॉ.राजीव डोगरा
(युवा कवि व लेखक)
पता-गांव जनयानकड़
पिन कोड -176038
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश
9876777233
7009313259

script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

Follow us

Don't be shy, get in touch. We love meeting interesting people and making new friends.

प्रमुख खबरें

चर्चित खबरें