डॉ. नीलम ज्योति
_एक अमेरिकी शख्स के प्राइवेट पार्ट (अंडकोश) से सीटी जैसी आवाज आ रही थी। उसने अपनी जांच कराई तो ‘विस्लिंग स्क्रोटम’ नाम की अनोखी बीमारी का पता चला। इस बीमारी के चलते शख्स के शरीर में काफी हवा भर गई है। जिसके चलते उसके प्राइवेट प्रार्ट से सीटी जैसी आवाज आती है।_
डॉक्टरों द्वारा इसके लिए उत्तरदायी कारणों में एक प्रमुख कारण लाइफ ऑन करके सोना बताया.गया.
स्लीप मैगजीन में छपे एक हालिया रिसर्च के मुताबिक, बिना बत्ती बुझाए सोना खतरनाक हो सकता है। इस रिसर्च में पाया गया है कि लाइट ऑन करके सोने वाले लोगों को ब्लड प्रेशर, शुगर और मोटापे का खतरा ज्यादा होता है।
_60 से 80 साल तक के बुजुर्गों की लगातार कुछ समय तक नींद, उनके कमरे की लाइट और उनकी सेहत की निगरानी की गई। जिसके बाद रिसर्चर्स इस निष्कर्ष पर पहुंचे। सोते वक्त कमरे में मध्यम लाइट भी आपकी सेहत बिगाड़ सकती है।_
अच्छी नींद के लिए डॉक्टर्स भी अंधेरे कमरे में सोने की सलाह देते हैं।
शोध में दावा किया गया है कि अनिद्राजनित मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहे लोगों के लिए घूमना काफी फायदेमंद हो सकता है।
घूमने का मतलब केवल टहलना नहीं, बल्कि किसी डेस्टिनेशन पर जाना है। ऑस्ट्रेलिया के एडिन कोवान यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि डिमेंशिया और अवसाद से पीड़ित लोगों के लिए कई मायनों में घूमना दवा से ज्यादा लाभदायक हो सकता है।″ शोध करने वाले एक डॉक्टर का कहना है कि मेंटल हेल्थ से जूझ रहे लोगों के लिए ट्रैवलिंग को इलाज का दर्जा दिया जाना चाहिए।
ऑनलाइट सोने से अनिद्रा का शिकार होना पड़ता है. मिस-केरेज और मां नहीं बन पा रही महिलाओं को स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है. इसके लिए भी अनिद्रा कारण बनती है.
यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड के इस शोध में पश्चिमी देशों की 6 लाख से अधिक महिलाओं के आंकड़े जुटाए गए थे। इनमें से स्ट्रोक से जूझ चुकी 2.8% महिलाओं में से अधिकर कभी न कभी मिस केरेज से जूझ चुकी थीं या मां नहीं बन पा रही थीं।
अगर आप को अच्छी नींद नशीब होती है तो हार्ट अटैक के बाद भी आपका दिल पहले की तरह स्वस्थ हो सकता है। यूनिवसिर्टी ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा हाल ही में किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है।
वैज्ञानिकों ने शोध में पाया कि हार्ट अटैक से डेड होने वाली कोशिकाओं (सेल्स) को हॉर्मोन के जरिए दोबारा जीवित किया जा सकता है। खास बात ये है कि ये बिल्कुल नेचुरल होंगी। जो जीन थैरेपी प्रक्रियाओं के मामले में भी काफी फायदेमंद साबित होगी। अभी यह प्रयोग चूहों में किया गया है। इसका इंसानों पर परीक्षण बाकी है।
मेन्स्ट्रुअल हेल्थ केवल सफाई नहीं, यह हेल्थ और ह्यूमन राइट का मामला है और इसका संबंध भी सोने की प्रक्रिया से है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने माना है कि मेन्स्ट्रुअल हेल्थ केवल हाइजीन से रिलेटेड विषय नहीं है। WHO ने मेन्स्ट्रुअल हेल्थ को महिलाओं के लिए हेल्थ और ह्यूमन राइट से जुड़ा मामला माना है।
इससे जुड़ा प्रस्ताव मेन्स्ट्रुअल हाइजीन मैनेजमेंट और जेंडर इक्वालिटी पर ह्यूमन राइट्स काउंसिल की बैठक में पारित किया गया।
नींद का संबंध मानसिक सेहत से भी है. स्वीडन के कोरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने पाया है कि मानसिक रूप से परेशान होने पर महिलाओं में खुद को चोट पहुंचाने की प्रवृति अधिक होती है।
इस शोध के लिए ऐसी 41 महिलाओं को चुना गया था जिन्होंने पिछले दिनों खुद को चोट पहुंचाई हो। इससे यह बात भी निकल कर आई कि ऐसी महिलाओं में दर्द सहने की शक्ति भी बाकियों की तुलना में ज्यादा होती है।
(चेतना विकास मिशन)