अग्नि आलोक
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

तेलंगाना में अभिनेता बाबू मोहन और मंदा जगन्नाथ का नामांकन खारिज

Share

हैदराबाद । तेलंगाना में अभिनेता बाबू मोहन और मंदा जगन्नाथ का नामांकन खारिज कर दिया गया । तेलंगाना में पूर्व मंत्री और अभिनेता पी. बाबू मोहन और पूर्व सांसद मंदा जगन्नाथ का नाम उन 267 उम्मीदवारों की फेहरिस्त में है, जिनका नामांकन लोकसभा चुनाव के लिए खारिज कर दिया गया है।

चुनाव अधिकारियों ने 17 लोकसभा सीटों के 626 उम्मीदवारों का नामांकन खारिज किया है। 893 उम्मीदवारों द्वारा कुल 1,488 नामांकन दाखिल किए गए, जिनमें से कई ने एक से अधिक नामांकन सेट दाखिल किए। चुनाव आयोग के मुताबिक 1,060 नामांकन वैध पाए गए।

बाबू मोहन ने वारंगल निर्वाचन क्षेत्र से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया था। हालांकि उन्होंने अपने नामांकन के साथ 10 मतदाताओं के नाम जमा किये थे, लेकिन उन्होंने अपने हस्ताक्षर नहीं किए थे। दिलचस्प बात यह है कि बाबू मोहन 24 मार्च को के.ए. पॉल की प्रजा शांति पार्टी में शामिल हो गए। पॉल ने बाबू मोहन को पार्टी की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की और उन्हें वारंगल निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार भी घोषित किया।

अपना नामांकन दाखिल करने के बाद, बाबू मोहन ने खुलासा किया कि उन्होंने उसी दिन प्रजा शांति पार्टी से इस्तीफा दे दिया । फरवरी में उन्होंने यह कहते हुए बीजेपी से इस्तीफा दे दिया कि उन्हें दरकिनार किया जा रहा है। तेलुगु फिल्मों में कॉमेडी भूमिकाओं के लिए जाने जाने वाले अनुभवी अभिनेता ने 1990 के दशक में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल होकर राजनीति में प्रवेश किया। वह पहली बार 1998 के उप-चुनाव में एंडोले से चुने गए और 1999 में सीट बरकरार रखी। उन्होंने तत्कालीन एकीकृत आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडल में श्रम मंत्री के रूप में कार्य किया।

चुनाव आयोग ने नगरकुरनूल निर्वाचन क्षेत्र से मंदा जगन्नाथ का नामांकन भी खारिज कर दिया। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन ‘बी’ फॉर्म जमा करने में असफल रहे। नामांकन पत्र पर 10 उम्मीदवारों के हस्ताक्षर की शर्त पूरी नहीं होने के कारण उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी मौका नहीं मिला। जगन्नाथ नगरकुरनूल से चार बार सांसद चुने गए। वह तीन बार टीडीपी के टिकट पर और एक बार कांग्रेस के टिकट पर चुने गए।

Add comment

script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

Follow us

Don't be shy, get in touch. We love meeting interesting people and making new friends.

प्रमुख खबरें

चर्चित खबरें