विजय दलाल
अपने मंत्रियों के समूह ने* *जितना तियां – पांचा करके फंड को निपटाना था, निपटा दिया।*सार्वजनिक कुछ करना नहीं है।*

*जनता को दिखाने के लिए* *प्रायवेट आडिटर से आडिट का नाटक पूरा कर लिया।*
*देश के इतिहास के पहले अकेले इमानदार प्रधानमंत्री ने इमानदारी का सर्टिफिकेट लेने के चीफ कंट्रोल आडिटर याने जनता का कंट्रोल के बजाय अपने कार्पोरेट मित्रों को चुना।*
*मलाई चाटने के बाद कड़ाही की खुरचन को सम्हालने के लिए कड़ाही टाटा सहित निजी उद्योग समूह के हाथों सौंप दी।*
*मेहनतकश जनता कुछ वर्षों पहले तक नारे लगाती रही ” टाटा – बिड़ला की जागीर नहीं है हिंदौस्तां हमारा है”* *पुरानी पीढ़ी ने तो बहूत लगाए नई पीढ़ी अब नहीं लगा रही है।*
*राजनीति ने सत्ता के मित्रों के चेहरे बदल दिए। जब तक सत्ता लोकतांत्रिक तुलसी में विश्वास करती थी। सार्वजनिक क्षेत्र का वटवृक्ष भी निजी उद्योग जगत का पीपल भी फलफूल रहा था।* *सभी छोटे – बड़े निजी उद्योग सरकार के दोस्त हुआ करते थे। सत्ता ने जब से लोकतंत्र और जनता से नाता तोड़ा और अपने कुछ बड़े एकाधिकार और विदेशी पूंजी से जोड़ा तबसे सार्वजनिक उपक्रमों को तो धड़ल्ले से बेचा है जा रहा है निजी उद्योग में भी सरकार के दोस्त और दूश्मन की परंपरा शुरू हो गई।*
*बिड़ला और बजाज जैसे गांधी जी और कांग्रेस समर्थित उद्योगपति सौतेले हो गए।*
संचार क्षेत्र में सबसे प्रिय द्वय खिलाड़ियों में से एक *जिओ* को सरकारी डब्ल्यूडब्ल्यूएफ कुश्ती में बीएसएनएल का तेल निकाल कर और खुब माल खिलाकर 100 किलो पहलवान बनाया और बीएसएनएल को बीमार कर कुश्ती में क्वालीफाई ही नहीं होने दिया। *” 50 – 50 किलो के आयडिया और एयरटेल जेसे पहलवानों से लड़वा दिया। हारना तो तय था।*
* *अब सीमेंट खुब बनाओ, सरकारी योजनाओं में सप्लाई करो, जो चंदा इधर उधर और कांग्रेस को देते थे । वो पर बोरी सप्लाई के हिसाब से बांड में जमा करो।* *और ज्यादा इधर उधर मत झांको।*
*पीएम केयर्स फंड कल भी आपके लिए खुला था आज भी खुला हुआ है।*
*अब सीमेंट के क्षेत्र में भी सरकार ने एक छूट्टा सांड छोड़ दिया है सरकारी खाया पिया है थोड़े दिनों में पुराने खिलाड़ी को बाहर बाहर कर देगा। कैसे नीचे पोस्ट पढ़िए।*
पहले पीएम केयर्स फंड…
लोगों की प्रतिक्रियाएं
@thestruggler84 यूजर ने लिखा कि वाह मोदी जी वाह! सरकारी संपत्ति बेचते- बेचते, सरकारी धन भी निजी हाथों में सौंप दिया गयाl @roshansinha_41 यूजर ने लिखा कि क्या फायदा? हमें तो मालूम भी नहीं कि पीएम केयर्स फंड में कितने पैसे हैं, कितने आए, कितने गए, कहां से आए, कहां गए, फिलहाल पैसे हैं भी या नहीं, कुछ नहीं मालूम। @Navneet77415568 यूजर ने लिखा कि ऐसा फंड जिसकी जानकारी भी सार्वजनिक नहीं की जा सकती, खुली लूट मचा रखी है मोदी जी ने!
*कांग्रेस के मित्र उद्योगपतियों ने मोदी जी से दोस्ती की होती तो आज इस तरह इनाम पाते पहले टाटा को एयरइंडिया दिया अडानी को दुनिया का दो नम्बर का पूंजीपति तो बना ही चुके हैं अब एक नम्बर की तैयारी है। देखिए..
*दुनिया के दूसरे बड़े अमीर गौतम अड़ानी ने ACC और अंबुजा सीमेंट के अपने सारे शेयर गिरवी रख दिए हैं. Deutsche बैंक की हांगकांग ब्रांच में लोन लेने के लिए शेयर गिरवी रखे गए हैं. इनकी क़ीमत ₹96,800* *करोड़ है. हाल में अड़ानी ने ACC और अंबुजा सीमेंट ख़रीद लिया था*
So much of loan from other banks and from that money buy companies pledge it with another
Chal kya raha hai
विजय दलाल