*चार पीडिया से पंडित ओमप्रकाश व्यास का परिवार भृगु संहिता से बता रहा है भविष्य*
*देश दुनिया के कई प्रतिष्ठित लोग पहुंचते रहे हैं भीलवाड़ा जिले के कारोई गांव*
*रामस्वरूप मंत्री*
*कारोई (भीलवाड़ा)* हर शहर गांव की प्रसिद्धि के लिए कोई ना कोई कारण होता है। कोई ऐतिहासिक नगरी होती है, तो कोई खान-पान के लिए प्रसिद्ध, तो कोई व्यापार के लिए, लेकिन भीलवाड़ा जिले का कारोई गांव ज्योतिष विद्या के लिए देश ही नहीं दुनिया में प्रसिद्ध प्राप्त कर रहा है ।
ज्योतिष नगरी के रूप में ख्याति प्राप्त कर रहा कारोई देश में ऐसा दूसरा गांव है जहां पर 5000 साल पुरानी भृगु संहिता मौजूद है और इसी के द्वारा न केवल देश के कई प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता अपना भविष्य जानने के लिए यहा आते हैं बल्कि रूस और दुनिया के अन्य देशों से भी भविष्य जानने प्रतिष्ठित लोगों का कारोई आना-जाना बना रहता है ।
बताया जाता है कि भृगु संहिता केवल दो ही शहरों में मौजूद है । एक पंजाब का होशियारपुर और दूसरा राजस्थान का भीलवाड़ा जिले का कारोई गांव । भीलवाड़ा से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित कारोई गांव में दिनभर देशभर के वाहनों की कतारें लगी रहती है और इससे उतर कर देश के ख्यात नाम राजनेता, व्यापारी, अधिकारी ,सामाजिक कार्यकर्ता और कई प्रतिष्ठित लोगों को अपना भविष्य जानने के लिए घंटों इंतजार करते हुए देखा जा सकता है । *अग्नि आलोक* के संपादक ने भी कारोई का भ्रमण किया और पिछली चार पिडियो से भृगु संहिता के माध्यम से भविष्य बता रहे व्यास परिवार के पंडित ओमप्रकाश व्यास से मुलाकात की ।
अपने साक्षात्कार में पंडित ओमप्रकाश व्यास बताते हैं कि उनकी चार पीढ़ियां भृगु संहिता के माध्यम से भविष्य की गणना कर कई भविष्यवाणियां कर चुके हैं, जो सही साबित हुई है । उनके पास राष्ट्रपति बनने से पहले राजस्थान का राज्यपाल रहते श्रीमती प्रतिभा पाटिल भी अपना भविष्य जानने आ चुकी है । और उन्होंने ही उन्हें राज्यपाल से भी बड़े पद पर पहुंचने की भविष्यवाणी की थी । इसी के साथ पूर्व उपराष्ट्रपति और कई बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे भैरों सिंह शेखावत,अशोक गहलोत, रूस की मंत्री स्वातिलाना, नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी, वसुन्धरा राजे सहित ऐसे अनगिनत नाम है जिन्होंने राजनीति, व्यापार के क्षेत्र सहित अन्य जगह अपनी प्रतिष्ठा बनाई है । वे सब कारोई में आकर अपना भविष्य जान चुके हैं ।
कई नेता आ चुके हैं भविष्य जानने के लिए : ज्योतिष नगरी कारोई गांव में पूर्व में कई नामचीन नेता अपना भविष्य जानने आ चुके हैं. इसमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लादभाई मोदी, कांग्रेस के नेता रघु शर्मा, धर्मेंद्र राठौर सहित कई राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं.
विचार-विमर्श और सलाह लेने आते हैं नेता
कारोई गांव के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित ओमप्रकाश व्यास ने बताया कि देश के नेता जो ज्योतिष पर विश्वास करते हैं वह अपना भविष्य जानने पहुंचते रहे हैं. वह यहां विचार-विमर्श और सलाह लेते हैं. ये प्रश्न पूछते हैं. हम जन्मपत्री, हस्तरेखा और भृगु संहिता के आधार पर भविष्य बताते हैं.
आज भी सुबह 10:00 बजे से देर शाम तक भविष्य जानने के लिए लोगों की कतार कारोई गांव में लगी रहती है । इनमें न केवल राजनेता और व्यापारी होते हैं बल्कि बड़े अफसर भी पहुंचते हैं भविष्य के साथ में उसके निवारण के उपाय भी यहां बताए जाते हैं ।
कारोई गांव को भृगु संहिता ने दिलाई खास पहचान
5000 साल से दुनिया के 600 करोड़ से ज्यादा लोगों का भविष्य अपने में समेटे भृगु संहिता ने कारोई गांव को विशेष पहचान दिलाई है भविष्य शास्त्र की इस विलक्षण पद्धति के संवाहक हैं पंडित नाथू लाल व्यास. जिनकी उम्र 100 पार है और अब इनकी थाती बेटे संभालकर आगे बढ़ा रहे हैं.
पंडित नाथुलाल व्यास के पिताजी भीभृगु संहिता से ही लोगों का भविष्य बचने का काम करते थे अभी भी उनकी चौथी पीढ़ी यह काम कर रही है और पांचवीं पीढ़ी के लोगों ने भी इसी ज्योतिष विद्या के काम में पदार्पण किया है
4 पीढ़ियों का सफर
इस गांव का व्यास परिवार पिछली चार पीढ़ियों से भृगु संहिता के सहारे भविष्य देखता और बताता आ रहा है.इसी परिवार के पंडित ओम प्रकाश व्यास बताते हैं कि उनकी चार पिडिया भृगु संहिता से भविष्यवाणी का काम कर रहे हैं , शुरूआत उनके दादा जी से हुई और वर्तमान में उनके बच्चे भी ज्योतिष गणना के जरिए अपना और दूसरों का भविष्य संवारने में लगे हैं.
भृगु संहिता की महिमा
ज्योतिषी ओमप्रकाश व्यास, भृगु संहिता की महिमा के बारे में कहते हैं यहां 5000 साल पुराने भृगु संहिता से ही भविष्य देखा और बताया जाता है. कहते हैं इस तरह 95% भविष्यवाणी सटीक साबित होती हैं. यहां राजनेता, व्यापारी ,आमजन गरीब जो भी पहुंचता है उसका भविष्य गणना और ताम्र पत्र के माध्यम से बताया जाता है. खासतौर पर राजनीतिक. बताते हैं मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी हो, चाहें 2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी या फिर हाल ही में गहलोत सरकार में हलचल से लेकर सरकार के स्थिर रहने की भविष्यवाणी, सब कुछ पहले ही सटीक बता दिया था.