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डाइटिंग या एक्सरसाइज बिना कम करें बेली फैट

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डॉ. प्रिया

   कई बार टफ वर्कआउट के बाद भी आपको बैली फैट से निजात नहीं मिल पाती। पर जीवनशैली के कुछ जरूरी बदलाव बैली फैट से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

      वज़न घटाना और बेली फैट कम करना दो अलग चीज़ें हैं। पूरे शरीर का वजन कम करना आसान है। जबकि बेली फैट कम करना मुश्किल। ऐसे में अगर आप एक्सरसाइज़ रूटीन का सही से पालन नहीं करती हैं, तो पेट की चर्बी कम करना और भी मुश्किल हो सकता है।

     अगर आपका भी शेड्यूल बहुत बिज़ी है और आपको एक्सरसाइज़ करने का ज़्यादा समय नहीं मिलता है तो, हम बता रहे हैं कुछ टिप्स जो आपका जिद्दी बेली फैट कम करने में मदद करेंगे।

 *धीरे-धीरे खाएं, ठीक से चबाएं*

     अगर आप अपने पेट को कंट्रोल में रखना चाहती हैं तो एक बार में ज्यादा खाना न खाएं। जब भी आप खाना खा रही हों तो याद रखें कि धीरे-धीरे खाएं और खाना ठीक से चबाएं।

     यह आपके भोजन को अधिक कुशलता से तोड़ने में मदद करता है, जिससे आपके पेट में पचाना आसान हो जाता है। इसके अलावा, बेहतर पाचन लंबे समय तक बेहतर तृप्ति सुनिश्चित करता है।

 *अपना पॉर्शन साइज़ देखें*

     बड़े पॉर्शन में परोसा जाने वाला खाना आपको धोखा देकर यह विश्वास दिलाता है कि आप कम खाना खा रहे हैं। वास्तव में, आपका भोजन बस थोड़ा डिवाइडेड है, और आप अपनी आवश्यकता से अधिक भोजन ग्रहण कर लेते हैं।

    अपने पॉर्शन साइज़ को मैंटेन करने के लिए छोटे आकार की प्लेट लें और इसमें थोड़ा – थोड़ा खाना बार – बार खाएं।

*पर्याप्त पानी पिएं*

   पानी हमारी वेट लॉस जर्नी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अपने दिन की शुरुआत एक गिलास पानी पीने से करें। यह आपके शरीर के चयापचय को बढ़ावा दे सकता है और बदले में आपकी भूख को भी शांत करता है और आपको लंबे समय तक भरा हुआ रखता है।

     इसलिए दिन में थोड़ा – थोड़ा करके कई बार पानी पिएं।

*शुगर इंटेक कंट्रोल करें*

    चीनी का अधिक सेवन आपके लिवर पर अतिरिक्त भार डालता है, जिससे वसा जमा हो सकती है। शाम 5 बजे के बाद मैदा, ब्रेड, व्हाइट राइस, केक और बिस्कुट जैसी रेगुलर शुगर का सेवन न करें।

     दिन ढलने के साथ आपका मेटाबोलिज़म भी कम होने लगता है। इसलिए अगर कुछ मीठा खाना है तो सुबह का समय बेहतर है।

 *बॉडी पॉस्चर पर भी रखें नजर*

     चाहे आप ऑफिस का काम कर रही हों या कोई अन्य प्रकार का काम, अपनी मुद्रा पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है। अक्सर हम अपने पॉस्चर को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिससे पेट बाहर की तरफ निकाल सकता है।

    एक अच्छी मुद्रा बनाए रखने से आपको अपने पेट की मांसपेशियों और बेली एरिया को भी इंगेज करने में मदद मिलती है।

 *चलें इम्युनिटी बढ़ाने वाले 4 कदम :*

    इम्युनिटी को बढाने के लिए विटामिन सी के सप्लीमेंट्स लेना काफी नहीं है। हम बता रहे हैं चार कारगर कदम जिनसे एक हफ्ते में ही फर्क नजर आएगा। विश्व विख्यात डॉक्टर और नूट्रिशनिस्ट, और ‘हाऊ नॉट टू डाई‘, ‘ हाऊ नॉट टू डाइट‘ जैसी मशहूर वैज्ञानिक किताबों के लेखक डॉ माइकल ग्रेगर भी इन्हें मानते हैं।

    *1.हल्दी सेवन*

जर्नल ‘न्यूट्रिशन फैक्ट्स‘ के फाउंडर डॉ ग्रेगर इम्युनिटी बढाने के लिए हल्दी को सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं।

     हल्दी में ऐंटी बैक्टिरियल, ऐंटी वायरल, ऐंटी फंगल और ऐंटी इन्फ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं, जो वायरल संक्रमण, सूजन और पाचन संबंधी समस्याओं से बचाने में मददगार साबित होते हैं।

      अगर आपको अपनी इम्यूनिटी बूस्ट करनी है तो आपको हर रोज हल्दी वाला दूध पीना चाहिए। पर इसके लिए बाजार में मिलने वाले हल्दी पाउडर की बजाए कच्ची हल्दी का इस्तेमाल करें तो और भी बेहतर होगा। इसके सेवन से स्लीप क्वालिटी भी बेहतर होती है।

      जब आपकी नींद पूरी होगी तो आपका शरीर अगले दिन के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो पाएगा। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नाम का तत्व आपके पूरे शरीर को तनावमुक्त करने में मददगार होता है।

*2.शाकाहार को प्राथमिकता*

      हमारे देश में खानपान में बहुत भिन्नता है और शाकाहार और मांसाहार दोनों ही सामान्यतः खाया जाता है। लेकिन यह कोई नई बात नहीं है कि मांसाहार ही अक्सर इस तरह की बीमारियों के फैलने का जरिया होता है।

शाकाहार स्वस्थ रहने के लिए ज्यादा बेहतर आहार है। लेकिन यही कारण नहीं है कि डॉ ग्रेगर शाकाहार का समर्थन करते हैं। “प्लांट-बेस्ड भोजन सभी पोषक तत्वों से भरपूर होता है, बस ध्यान रखें आपको दिन भर में क्या क्या खाना है।

     हर दिन तीन तरह की दाल, दो तरह की बेरीज, एक फल, एक हरी सब्जी, अलसी या तिल और कोई एक व्होल ग्रेन अपने आहार में शामिल करें”, बताते हैं डॉ ग्रेगर।

   *3.जिंक विटामिन सी जितना महत्वपूर्ण*

      पबमेड सेंट्रल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार वैज्ञानिकों का मानना है कि जिंक वायरल बुखार और फ्लू के संक्रमण के समय और गम्भीरता को कम करता है और आप जल्दी रिकवर कर पाते हैं।

     जिंक के लिए व्होल ग्रेन, बीन्स और मेवे आपके दैनिक आहार का हिस्सा होने चाहिए। मसूर, राजमा, अखरोट, बादाम जिंक के महत्वपूर्ण स्रोत हैं।

     *4.मसालों से प्रेम*

मसाले जैसे दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, हल्दी इत्यादि आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में बहुत कारगर हैं।

      दालचीनी में सिन्नामेलडीहाइड नामक कंपाउंड से आती है। इसके साथ ही दालचीनी में आयरन, विटामिन बी-6, मैग्नीशियम और कैल्शियम मौजूद होते हैं, जो दालचीनी के हेल्थ बेनेफिट्स बढाते हैं। दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं। दालचीनी का रोज़ाना सेवन आपको कई लाभ देता है. 

     काली मिर्च न सिर्फ भोजन का स्वाढद बढ़ा देती है, बल्कि यह एंटी बैक्टीगरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरा हुआ है। जिससे आप न सिर्फ कई तरह के इंफेक्शंन से बची रहती हैं, बल्कि यह घावों को जल्दी  भरकर सूजन दूर करने में भी मददगार है। यह विटामिन सी रिच है, जो स्वाभाविक रूप से इम्युघनिटी बढ़ाने के लिए जाना जाता है। साथ ही एक उत्कृष्ट एंटीबायोटिक के रूप में भी काम करता है।

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