डॉ अंकिता मिश्रा
सड़क सुरक्षा आज के समय में उतना ही जरुरी हो गया है जितना खुद को किसी बीमारी से बचाने के लिए स्वस्थ रहना। रोड सेफ्टी हर देश के हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है। सड़क सुरक्षा का अर्थ है सड़क पर चलते हुए नियमों और दिशा-निर्देशों का पालन करना ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और जीवन को सुरक्षित बनाया जा सके। लेकिन इस बढ़ती आबादी, बढ़ते यातायात, बढ़ती गाड़ियों की संख्या, बढ़ती लापरवाही, बढ़ता मानसिक टेंशन और सड़क पर गाड़ियों की तेज गति के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे आये दिन भारी संख्या में हर रोज लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
यातायात के सभी नियमों का पालन करते हुए सड़क पर सुरक्षित रूप से वाहनों को चलाना ही सड़क सुरक्षा है। चार पहिया वाहन चलाते समय ड्राइवर को सीट बेल्ट जरूर पहनना चाहिए और स्पीड लिमिट को ध्यान में रखते हुए ही ड्राइव करना चाहिए। बाइक या स्कूटी वाहन चालकों को हेलमेट जरूर पहनना चाहिए और स्पीड लिमिट का भी ध्यान रखना चाहिए। पैदल चलने वाले और साइकिल इस्तेमाल करने वाले लोगों को सड़क किनारे बनी फुटपाथ पर ही चलना चाहिए।
जब रेड लाइट हो जाये और सभी वाहन रुक जाये तभी पैदल यात्री को जेब्रा क्रासिंग से रोड क्रॉस करना चाहिए।रोड पर वाटर बॉटल्स और कचरा भी नहीं फेकना चाहिए क्योकि इससे भी रोड एक्सीडेंट होते हैं। पैदल चालकों को रोड पर हमेशा अपने बायीं ओर से ही चलना चाहिए। रोड पर वाहन चालकों को ये बात ध्यान रखनी चाहिए कि भीड़ वाली जगह पर गाड़ी हमेशा धीमी गति से चलाना चाहिए। कभी भी अल्कोहल पीकर ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए और ड्राइविंग करते समय मोबाइल पर बात नहीं करनी चाहिए। ट्रैफिक सिग्नल का पालन जरूर करना चाहिए और उसका मतलब भी जानना चाहिए जैसे रेड लाइट वाहनों के रुकने का संकेत होता है, येलो लाइट संकेत देता है कि आप तैयार रहें और ग्रीन लाइट चलने का संकेत देता है।
सड़क सुरक्षा मुहीम एक सामूहिक जिम्मेदारी है जो कि केवल सरकार और पुलिस का काम नहीं है, बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करे। हमें समझना होगा कि हमारी छोटी सी लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। इसलिए, सड़क पर यात्रा करते समय हमेशा सतर्क रहें और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें। इस प्रकार, हम न केवल अपने जीवन को सुरक्षित रख सकते हैं बल्कि दूसरों के जीवन को भी बचा सकते हैं।