अग्नि आलोक
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

विद्यालय स्मृति

Share

आओ कभी फिर विद्यालय की
दहलीज पर दोबारा
तुम्हें वह सब नये -पुराने
ख्वाब मिलेंगे।

आओ कभी फिर शिक्षालय की
देहली पर दोबारा
तुम्हें शिक्षक की डांटा के बाद
प्यार की परछाई नज़र आएगी।

आओ कभी फिर ज्ञानमंदिर की
डेहरी पर दोबारा
तुम्हें जीवन को राह दिखाती
शिक्षक की आवाज आएगी।

आओ कभी फिर विद्या मंदिर की
चौखट पर दोबारा
तुम्हें ज्ञान का दीप जलाते हुआ
शिक्षक की कर्मठता नज़र आएगी।

डॉ.राजीव डोगरा
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश (युवा कवि लेखक)
(हिंदी अध्यापक)
पता-गांव जनयानकड़
पिन कोड -176038
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश
rajivdogra1@gmail.com

Add comment

Recent posts

script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

Follow us

Don't be shy, get in touch. We love meeting interesting people and making new friends.

प्रमुख खबरें

चर्चित खबरें