प्रखर अरोड़ा
रोजमर्रा के जीवन में अधिकतर लोग मन ही मन अपने आप से कई वादे कर लेते हैं, जो कुछ ही मिनटों या दिनों में धराशायी हो जाते है। कारण उन्हें पूरा न कर पाने की चाहत और ललक।
दरअसल, बहुत बार खुद को कई कामों के लिए तैयार करने के बाद भी उन्हें पूरा न कर पाना या शुरू ही न करना कमज़ोर संकल्प शक्ति यानि विलपावर को दर्शाता है।
व्यक्ति का खुद पर विश्वास न होना और सामाजिक रूप से सक्रियता की कमी जैसे संकेत विलपावर में गिरावट की मुख्य वजह साबित होते हैं।
*विल पाॅवर किसे कहते हैं?*
किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए तीव्र विलपावर का होना ज़रूरी है। इस बारे में मनोचिकित्सक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि विलपावर उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें व्यक्ति मन में किसी कार्य को पूरा करने का संकल्प धारण कर लेता है फिर हज़ारों मुश्किलात के बाद भी उसकी नज़र अपने लक्ष्य पर टिकी रहती है।
उस लक्ष्य की पूर्ति के लिए मन में मज़बूत संकल्प को बनाए रखने की भावना को विलपावर कहा जाता है। ऐसे लोग मुश्किलों का सामना करने में डर का अनुभव नहीं करते हैं।
कैंब्रिज युनिवर्सिटी प्रैस के अनुसार मज़बूत विलपावर किसी व्यक्ति को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। अपने अंदर इस भावना को बढ़ाने के लिए आराम करने के लिए समय निकालें, ध्यान का अभ्यास करें, आत्म.नियंत्रण का प्रयोग करें और नकारात्मकता से दूरी बनाकर चलें।
इन तरीकों से अपनी विल पाॅवर को बढ़ाने का प्रयास करें :
*1. सेल्फ मोटिवेशन :*
अपने कार्यों और अचीवमेंटस के लिए खुद की सराहना करे। इस बात को समझें की विलपावर को बिल्ड करने के लिए सेल्फ मोटिवेशन और सेल्फ इंप्रूवमेंट बेहद ज़रूरी है।
छोटी छोटी खुशियों को सेलिब्रेट करें और अपनी हौंसला अफज़ाई करें। हर गलती के लिए खुद को जिम्मेदार न ठहराएं।
*2. कल पर न टालें :*
काम को मन लगाकर करें. आज हो सकने वाले काम आज ही पूरा करने की कोशिश करें। इससे व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ने लगता है, जो विलपावर को बढ़ाने में मदद करता है।
कार्य को टालने से तनाव बढ़ने लगता है, जिससे व्यक्ति मेंटली डिस्टर्ब रहता है। कार्यों को समस से पूरा करने से संकल्प शक्ति बढ़ जाती है।
*3. सोशली एक्टिव रहें :*
सोशल सर्कल बढ़ाने से व्यक्ति को कई नई चीजों की जानकारी मिलती है और अन्य लोगों से संपर्क बढ़ने लगता है। इससे न केवल स्किल्स डेवलप होते हैं, बल्कि कुछ कर गुज़रने की इच्छा भी बढ़ने लगती है।
सामाजिक सक्रियता बढ़ने से व्यक्ति में कुछ करने और खुद को साबित करने की भावना बढ़ने लगती है।
*4. योग और मेडिटेशन ज़रूरी :*
सुबह उठकर कुछ वक्त मेडिटेशन और योगासनों का अभ्यास करने से मन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
मन में उठने वाले विचार शांत हो जाते हैं और अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित होने लगता है। इसके चलते सभी कार्यों को समय पर करने की आदत बनने लगती है।
*5. गोल्स सेट करें :*
लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए उसे निर्धारित करना बेहद आवश्यक है। वे लोग जो वेटलॉस करना चाहते हैंए उन्हें अपना टारगेट सेट करने की आवश्यकता है।
इससे व्यक्ति निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत अपने गोल्स को अचीव कर पाता है। साथ ही कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए प्रीप्लानिंग करें।
*6. रूटीन मेंटेन करें :*
दिनभर के कार्यो को पूरा करने के लिए रूटीन मेंटेन करें और सुबह उठकर अपनी दिनचर्या को तैयार करें और तय समय के अनुसार कार्यों को पूरा करें। इससे सभी सोचे हुए कार्य पूरा करने में मदद मिलती है।
सोने और उठने के समय से लेकर ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर समेत अपनी मीटिंग्स को भी रूटीन में शामिले करें।
*7. भरपूर नींद :*
बहुत सारे कार्यों को एक साथ करने से नींद की कमी का सामना करना पड़ता हैं। दिमाग को शांत रखने और फोकस को बढ़ाने के लिए पूरी नींद लें। इससे व्यक्ति में एकाग्रता के साथ कार्यक्षमता भी बढ़ने लगती है।
इसके अलावा भरपूर नींद लेने से स्वास्थ्य संबधी अन्य समस्याएं भी दूर होने लगती हैं।