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विज्ञान~ विश्व : अमर होगा मानव~ लैब में अमृत निर्माण की तैयारी!

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प्रखर अरोड़ा

_सोमरस के बारे में तो आपने सुना और पढ़ा ही होगा अब यह ‘ग्लोबल’ होने जा रहा है. सोमरस के बारे में शास्त्रों में लिखा है कि देवता इसे चिर-आयु के लिए पीते थे, यानी जो सोमरस पी लेता है वो अमर हो जाता है और सदा युवा ही बना रहता है. यहां स्पष्ट करना जरूरी है कि सोमरस का अर्थ मदिरा यानी शराब नहीं है बल्कि ये सोम नाम के पौधे से बनने वाला एक ऐसा रस है जिसे पीने वाले को कभी कोई रोग नहीं होता और वो अमर हो जाता था. लेकिन सोमरस की ये कहानी अब शास्त्रों से निकलकर साइंस की दुनिया की सच्चाई बनने वाली है._

                दुनिया के सबसे अमीर उद्योगपति जेफ बेजोस ने एक ऐसी कंपनी में निवेश किया है जो इंसानों को अमर बनाने की योजना पर काम कर रही है.

*क्या है अमर होने का ‘फॉर्मूला’?*

             जिस कंपनी में Jeff Bezos ने निवेश किया है वो इंसान की कोशिकाओं की री-प्रोग्रामिंग करके उन्हें फिर से नया बनाने की तरकीब पर काम करना चाहती है.

          _दरअसल एक इंसान का शरीर 724 लाख करोड़ कोशिकाओं से बना होता है, इनमें से ज्यादातार कोशिकाएं समय के साथ-साथ मरने लगती हैं और शरीर इसके अनुपात में नई कोशिकाएं नहीं बना पाता. साधारण शब्दों में इसे ही बुढ़ापा कहा जाता है. लेकिन अमेरिका में एक कंपनी है, जिसका नाम है Altos लेबस._

            इस कंपनी के वैज्ञानिक एक प्रयोग कर रहे हैं जिसके तहत इंसान के शरीर में पुरानी हो चुकी कोशिकाओं यानी सेल्स (Cells) को स्टेम सेल्स (Stem Cells) में बदला जाएगा और फिर इन्हीं स्टेम सेल्स की मदद से नई कोशिकाओं का निर्माण किया जाएगा.

*पहले 50 वर्षों तक बढ़ सकती है उम्र!*

          स्टेम सेल्स एक तरह से वो कच्चा माल है जिससे शरीर और शरीर के अलग-अलग अंगों का निर्माण होता है. स्टेम सेल्स की मदद से शरीर के अलग-अलग अंगों के लिए विशेष प्रकार की नई कोशिकाएं बनाई जा सकती हैं.

        _Altos Labs ने इस मिशन में विज्ञान के क्षेत्र में Nobel पुरस्कार जीतने वाले वैज्ञानिकों को भी शामिल कर लिया है. Amazon के मालिक जेफ बेजोस को ये विचार इतना पसंद आया है कि अब उन्होंने इस कंपनी में एक बड़ा निवेश किया है. फिलहाल इस कंपनी के वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि वो शुरुआत में इंसानों की उम्र को कम से कम 50 वर्षों तक बढ़ा पाएंगे, यानी अगर कोई व्यक्ति 80 वर्ष जीता है तो वो 130 वर्षों तक जी पाएगा लेकिन भविष्य में इसी तकनीक के सहारे इंसानों को ‘अमर’ बनाने की भी कोशिश होगी._

*नैनो रोबोट्स बनाने का है प्लान :*

              इंसानों को अमर बनाने का ये सपना सिर्फ सेल री-प्रोग्रामिंग के भरोसे नहीं है अमेरिका के वैज्ञानिक रेमंड कर्जविल (Raymond Kurzweil) के मुताबिक वर्ष 2030 तक ऐसे Nano Robots बना लिए जाएंगे, जिन्हें आपके शरीर में खून की धारा याना ब्लड स्ट्रीम के साथ छोड़ा जा सकेगा.

          _ये Nano Robots आपके शरीर में जाकर वायरस, और बैक्टीरिया को खत्म कर देंगे, आपके खून की सफाई करेंगे, थक्के नहीं जमने देंगे और यहां तक कि शरीर में मौजूद ट्यूमर्स को भी खत्म कर देंगे और अगर जरूरत पड़ी तो आपकी कोशिकाओं के डीएनए की भी मरम्मत कर देंगे._

*अमर होने का सपना बेच रहे उद्योगपति!?*

           वैज्ञानिक इंसानों को दो तरीके से अमर बनाना चाहते हैं, पहला तरीका है शरीर को हमेशा युवा बनाकर रखना और पहले चरण में औसत आयु को बढ़ाना और फिर शरीर को अमर रखने की कोशिश. दूसरे तरीके से सोचने वाले वैज्ञानिक मानते हैं कि इंसान की पहचान उसके शरीर से नहीं बल्कि उसके मस्तिष्क और विचारों से होती है.

          _ये वैज्ञानिक इंसानों के मस्तिष्क में मौजूद भावनाओं और विचारों को कंप्यूटर पर अपलोड करना चाहते हैं, ताकि इंसान के मरने के बाद भी उसकी भावनाओं और विचारों को जीवित रखा जा सके. जेफ बेजोस अमर होने का सपना बेचने वाले अकेले उद्योगपति नहीं हैं पूरी दुनिया में बड़े-बड़े उद्योगपति इस पर 45 लाख करोड़ रूपये का निवेश करने वाले हैं._

               ये उद्योगपति आपको लगभग हर तरह का प्रोडक्ट बेच चुके हैं और अब शायद इनके पास आपको बेचने के लिए अमर होने का सपना ही बचा है. जो ये सपना नहीं बेच पा रहे वो दुनिया को ब्यूटी प्रोडक्ट बेच रहे हैं.

             पूरी दुनिया में ब्यूटी प्रोडक्ट का कारोबार 40 लाख करोड़ रुपये का है क्योंकि ये प्रोडक्ट आपको हमेशा सुंदर और जवान बने रहने का सपना दिखाते हैं और ये भी अमर होने की चाहत से कुछ कम नहीं है.

*पुरानी है अमरत्व हासिल करने की कोशिश :*

           इजरायल के मशहूर लेखक Yuval Noah Harari ने अपनी मशहूर पुस्तक होमो डेयस में लिखा है कि धार्मिक लोगों के लिए मृत्यु भले ही ईश्वर द्वारा लिया गया निर्णय हो लेकिन वैज्ञानिकों के लिए मृत्यु शरीर में आने वाली एक तकनीकी खामी है, जिसके सामने आने के बाद शरीर का पूरा सिस्टम काम करना बंद कर देता है.

         _Yuval Noah Harari कहते हैं कि वैज्ञानिक इस तकनीकी खामी को लैब्स में सही कर सकते हैं और मृत्यु को टाला जा सकता है. यानी इंसानों को अमर भी बनाया जा सकता है. Latin भाषा में Homo का अर्थ है मनुष्य और Deus का अर्थ है देवता._

             यानी Yuval Noah Harari की पुस्तक का टाइटल भी ये बताता है कि आने वाले दिनों में मनुष्य किसी देवता से कम नहीं होगा.

        _अब वैज्ञानिक लैब में चमत्कार करके इस बात को सच साबित कर रहे हैं लेकिन इंसानों द्वारा अमरत्व हासिल करने की ये पहली कोशिश नहीं है, बल्कि इंसान बढ़ती उम्र को रोकने और खुद को अमर बनाने की कोशिशें हजारों वर्षों से कर रहा है._

         (चेतना विकास मिशन)

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