मुनेश त्यागी
विकास ही क्यों चंद लोगों का
सबके विकास की बात करो,
करोड़ फिर रहे हैं खाली हाथ
सबको रोजगार की बात करो।
भ्रष्टाचार की सारी हद टूटीं
अब सदाचार की बात करो,
क्यों जनता सोती फुटपाथों पर
अब सबको घर की बात करो।
यह सरकार नहीं है जनता की
इसको बदलने की बात करो,
यह तो हो गई धन्ना सेठों की
इसको बदलने की बात करो।
अमीर हैं चंद घराने क्यों
सबके हकों की बात करो,
राज अमीरों का कब तक
अब जनताराज की बात करो।
अब तानाशाही नहीं चलेगी
कानून के राज की बात करो,
अन्याय का शासन खत्म करो
अब सबको न्याय की बात करो।