कुछ वक़्त के लिए सारी बातें भूल कर अपने परिवार की सेहत पर ग़ौर कीजीए..”टेस्ट फेल” दवाएं हम सबके परिवारों को नुक़्सान कर रही है..नोट कीजीए “टेस्ट फेल” दवाओं के नाम..ब्रैकेट में साल लिखा है जब दवाएं फेल हुई..(शेयर कीजीए)
1. टोरेंट फार्मा (2018-23)
~ डेप्लेट ए 150 : हार्टअटैक की दवा
~ निकोरन आइवी 2 : हार्ट लोड कम करना
~ लोपमाइड : पेट ख़राब की दवा
👉 77.50 करोड़ के बांड
2. सिप्ला लिमिटेड (2018-23)
~ आरसी कफ़ सिरप : कफ़ की दवा
~ लिपवास टेबलेट : कोलेस्ट्रॉल की दवा
~ ओनडेस्टेरॉन : उल्टी रोकने की दवा
~ रेमडेसवीर : महामारी का इंजेक्शन
👉 39.2 करोड़ के बांड
3. सन फार्मा (2020-23)
~ कार्डिवस : BP/हार्टफेल की दवा
~ लैटोप्रोस्ट आई ड्राप : ग्लूकोमा की दवा
~ फ्लेक्सुरा D : मसल इंजुरी की दवा
👉 31.50 करोड़ के बांड
4. जाईडस हेल्थकेअर (2021)
~ रेमडेसीवीर : महामारी का इंजेक्शन
👉 29 करोड़ के बांड
5. हेटेरो ड्रग्स (2018-21)
~ रेमडेसीवीर : महामारी का इंजेक्शन
~ कोविफोर : महामारी की दवा
~ मेटमॉर्फिन : डायबिटीज़ की दवा
👉 25 करोड़ के बांड
6. इंटास फार्मा (2020)
~ एनाप्रिल : BP, हार्टफेल, हार्टअटैक की दवा
👉 20 करोड़ के बांड
7. IPCA लैब (2018)
~ लारियागो : मलेरिया की दवा
👉 13.50 करोड़ के बांड
8. ग्लेनमार्क फार्मा (2022-23)
~ टेलमा AM/टेलमा H : BP की दवा
~ ज़िटेन टेबलेट : डायबिटीज़ की दवा
👉 9.75 करोड़ के बांड
★★ इसके ‘अलावा जिन फार्मा कंपनियों ने बांड ख़रीदा उनके नाम..👇
- 84 करोड़ : डॉ रेड्डी लैब
- 52 करोड़ : ऑरोबिंदो फार्मा
- 69 करोड़ : नैटको फार्मा
- 26 करोड़ : एम एस एन फार्मा
- 15 करोड़ : यूजिया फार्मा
- 10 करोड़ : एलेम्बिक फार्मा
- 10 करोड़ : ए पी एल हेल्थकेयर
● ये दवाइयां अब भी डॉक्टर लिख रहे हैं और रिटेल में ये दवाएं बिक रही हैं..इस लिस्ट में लिखी एक भी दवा का इस्ते’माल मत कीजीए..
● हर दवा का अल्टरनेट मौजूद है..उन अल्टरनेट दवाओं की ख़रीदी कीजीए..
● दूसरा मुल्क होता तो अबतक सारी दवा कंपनियों के मालिक जेल में होते..
✋ पर ये नया भारत है..यहाँ आपकी ज़िंदगी की क़ीमत सिर्फ़ चंदा है..