मनीषा कुमारी
आधुनिक लड़कियों और औरतों द्वारा संचालित आजकल एक नया व्यवसाय बहुत तेजी से फल फूल रहा है, जिसमें ना तो कोई लागत लगती है और
ना ही विशेष ड्रेस कोड अथवा यूनिफॉर्म की जरूरत है. ना ही किसी आफिस या दफ्तर खोलने की समस्या.
यह व्यवसाय है सेक्स चैट, सेमी न्यूड वीडियो कालिंग, फुल न्यूड वीडियो कालिंग, और फिर “ब्लैकमेलिंग” या मोटी रकम लेती रहकर ज़िस्म सौंपना.
हम इस असामाजिक कृत्य को धंधा/व्यवसाय ही कहेंगे क्योंकि इसके जरिए कमाई कर रही है लड़कियां और स्त्रियां.
इस धंधे के प्रचार के लिए पहले अनगिनत लोगों के मैसेंजर और इनबाक्स में मैसेज भेजे जाते हैं कि मुझसे चाहे जैसी सेक्सी बात करो , बस भुगतान करो.
कुछ खास मेहनत नहीं करनी पड़ती हैं इस धंधे से जुड़ी स्त्रियों को. बस एकांत वाला कमरा चाहिए या कोई बाथरूम जहां वो किसी अंजान पुरुष या स्त्री से अश्लील बातें करके 100/200 रूपए वसूल सकें. बिकनी ( ब्रा-पैंटी) में या पूर्ण निर्वस्त्र होकर, वीडियो काल पर बात करके Paytm के जरिए 300/500 वसूल सकें.
पुरुष तो हो ही चुका है आवारा कुत्ता. वह इतना गिर चुका है की मौका मिलने पर अपनी ही बहन बेटी और माँ तक को…! अब यदि कोई इनके जाल में फंस गया तो ये उस शख्स की बातों का स्क्रीनशॉट और रिकार्डिंग भी कर लेती हैं, फिर शुरू होती है ब्लैकमेलिंग.
अब आप सभी यह कहकर अपना पल्ला मत झाड़ लीजिएगा कि हमसे क्या मतलब. ना तो हमारे घर के पुरूष ऐसे हैं और ना हमारी घर की स्त्रियां और ना हम ऐसे हैं.
मत भूलिए कि हम सबके बच्चों के हाथ में आनलाइन पढ़ाई के चलते हुए अब मोबाईल है और हम सबके मैसेंजर पर भी ऐसे मैसेज आए दिन आते रहते हैं.
आश्चर्यजनक बात तो यह है कि हमारी और आपकी जनहित या सामाजिक मुद्दों पर आधारित पोस्ट पर Community standard का हवाला देते हुए आइडी ब्लाक कर दी जाती है. मगर ऐसे खुलेआम अपने निजी अंगों को दिखाने और अश्लीलता बातों, लेखों, सेक्स वीडियोज वालियों/वालों की आइडी चलती रहती है.
आखिर हमारे देश के संस्कृति के रक्षक, साइबर एक्सपर्ट और नारी सशक्तिकरण के संरक्षक अथवा स्त्रीत्व का महिमा मंडन करने वाले कैसे धृतराष्ट्र बने बैठे हुए हैं.
विचार करिए, चिंतन करिए और
खुलकर विरोध करिए क्योंकि सवाल है देश की बेटियों का. कुछ बहक गई हैं तो कुछ बहकाई जा रही हैं।
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