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ट्रम्प के 10 फैसलों पर सवाल उठे, हर दिन उन्होंने औसतन 12 झूठे दावे किए

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​​​​​​​वॉशिंगटनडोनाल्ड ट्रम्प का कार्यकाल 20 जनवरी को खत्म हो रहा है। अगले कुछ घंटे में वे व्हाइट छोड़कर फ्लोरिडा के अपने आलीशान रिजॉर्ट मार-ए-लेगो में शिफ्ट हो जाएंगे। व्हाइट हाउस भले ही छूट जाए, लेकिन ट्रम्प अपने पीछे ढेरों ऐसी चीजें और फैसले अनचाही विरासत के तौर पर छोड़कर जा रहे हैं, जिन्हें आम अमेरिकी पसंद नहीं करते। शायद यही वजह है कि वे अमेरिकी लोकतांत्रिक इतिहास के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति बन चुके हैं, जिनके खिलाफ दो बार महाभियोग प्रस्ताव लाया गया। यहां हम ट्रम्प और उनके कार्यकाल से जुड़ी कुछ अहम बातों और विवादित फैसलों के बारे में बता रहे हैं।

10 फैसले, जिन पर विवाद हुआ

  1. इजराइल प्रेम: कार्यकाल के शुरुआती हफ्ते में ही ट्रम्प ने येरुशलम को इजराइल की राजधानी के तौर पर मान्यता दे दी। कहा- अब तेल अवीव नहीं, बल्कि येरुशलम में अमेरिकी एम्बेसी होगी। उन्होंने 70 साल की अमेरिकी नीति एक दस्तखत से तब्दील कर दी। इसका काफी विरोध हुआ। खासकर अरब और यूरोप में।
  2. 7 मुस्लिम देशों के लोगों पर बैन: हिंसाग्रस्त सीरिया, सूडान, सोमालिया, ईरान, इराक, लीबिया और यमन के शरणार्थियों की अमेरिका में एंट्री पर बैन लगा दिया। इसे मुस्लिम देश नाराज हुए। मानवाधिकार संगठनों ने इसे बर्बर फैसला बताया।
  3. एम्बेसी में बदलाव: यह भी पहली बार हुआ, जब ट्रम्प ने एक साथ करीब 50 देशों से अमेरिकी राजदूतों को पहले वापस बुलाया और फिर इनकी जगह नए डिप्लोमैट्स को भेजा। एक वक्त तो ऐसा भी आया जब कनाडा और चीन के अलावा सऊदी अरब जैसे देशों में अमेरिकी राजदूत का पद कुछ दिनों के लिए खाली रहा।
  4. मैक्सिको सीमा पर दीवार: घुसपैठ और ड्रग माफिया को रोकने के लिए 3200 किलोमीटर लंबी दीवार बनाने का फैसला किया। 453 किमी की दीवार खड़ी की जा चुकी है। ट्रम्प का दावा था कि पैसा मैक्सिको देगा, लेकिन खुद अब तक 15 करोड़ डॉलर अमेरिकी खजाने से दे चुके हैं। माना जा रहा है कि बाइडेन यह काम रोक देंगे।
  5. क्लाइमेट चेंज पर अलग स्टैंड: जलवायु परिवर्तन पर ट्रम्प ने भारत और चीन जैसे देशों पर ठीकरा फोड़ा। अमेरिका को पेरिस क्लाइमेट डील से ही अलग कर दिया। बराक ओबामा ने इस कदम को ‘खुदकुशी’ करार दिया। बाइडेन इसे फिर लागू करने का वादा कर चुके हैं।
  6. टीटीपी समझौते से भी दूरी : ट्रम्प चीन का दबदबा कम करने का वादा और दावा करते रहे लेकिन, उन्होंने ट्रांस पैसेफिक पार्टनरशिप से अमेरिका को अलग कर दिया। इसका फायदा चीन ने उठाया क्योंकि, वो अब 12 एशियाई देशों के साथ फ्री ट्रेड कर रहा है। इसके बदले कोई दूसरा समझौता भी नहीं हो पाया।
  7. ईरान से तनातनी: ओबामा के दौर में अमेरिका और ईरान के बीच एटमी प्रोग्राम को लेकर एक समझौता हुआ था। ट्रम्प ने बातचीत के बजाय और इस समझौते को लागू करने यानी टकराव का रास्ता अपनाया। इजराइल के साथ मिलकर वहां की नामी हस्तियों को निशाना बनाया। नतीजा ये हुआ कि अब ईरान का झुकाव चीन की तरफ बढ़ रहा है।
  8. सैन्य वापसी: सीरिया और अफगानिस्तान में हालात कतई नहीं सुधरे, लेकिन ट्रम्प सियासी फायदा उठाने के लिए वहां से सैनिकों को वापस बुलाने पर अड़ गए। इसका खामियाजा ये भुगतना पड़ा कि इन दोनों देशों में अमेरिकी साख को झटका लगा। सीरिया में रूस और अफगानिस्तान में चीन के जरिए पाकिस्तान फिर पैर पसारने लगा।
  9. सुप्रीम कोर्ट में पसंद की जज: जस्टिस गिन्सबर्ग की मौत के बाद ट्रम्प जिद पर अड़ गए। युवा जस्टिस बैरेट को अपॉइंट कर दिया। इसके लिए शक्ति का गलत इस्तेमाल किया। दरअसल, वे चाहते थे कि अगर राष्ट्रपति चुनाव का फैसला सुप्रीम कोर्ट पहुंचे तो वहां उनके पक्ष में फैसला हो। ये नौबत आई ही नहीं। ट्रम्प पहले ही हार गए।
  10. WHO की फंडिंग बंद: WHO की कुल फंडिंग में अमेरिकी हिस्सा करीब 40% था। ट्रम्प ने WHO को चीन की कठपुतली बताया और फंडिंग बंद कर दी। महामारी के दौर में उनके इस कदम का देश और विदेश में विरोध हुआ। ट्रम्प ने कहा- कोई अमेरिकी टैक्सपेयर्स के पैसे पर ऐश नहीं कर सकता। चीन तो बिल्कुल नहीं।

झूठ का पुलिंदा
‘वॉशिंगटन पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प ने कार्यकाल के शुरुआती 827 दिन में करीब 10 हजार गलत या भ्रामक दावे किए। 9 जुलाई 2019 तक यह आंकड़ा 20, 055 हो गया। अब हम 2021 में हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह संख्या कितनी हुई होगी। इसमें खास बात यह है कि सबसे ज्यादा झूठे दावे चुनाव को लेकर किए गए। इसके बाद अमेरिकी अर्थव्यवस्था और रोजगार का नंबर आता है। बतौर राष्ट्रपति ट्रम्प ने औसतन हर दिन 12 झूठे दावे किए।

ट्विटर का गलत इस्तेमाल
अमूमन अमेरिकी राष्ट्रपति सोशल मीडिया और खासकर ट्विटर का इस्तेमाल आधिकारिक तौर पर ही करते रहे हैं। ओबामा के दौर में भी यही होता रहा, लेकिन ट्रम्प ने ऑफिशियल अकाउंट से ज्यादा इस्तेमाल पर्सनल अकाउंट का किया।
tweetbinder.com और statista.com की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑफिशियल अकाउंट से ट्रम्प ने कुल 34 हजार ट्वीट किए।

ट्रम्प के पर्सनल अकाउंट के कुछ आंकड़े

  • 59,553: ट्वीट या रिट्वीट
  • 46,919 : ओरिजिनल ट्वीट्स
  • 12,634: रिट्वीट
  • 8,89,36,841: फॉलोअर्स
  • 51: फॉलोइंग
  • 4 मई 2009: पहला पर्सनल ट्वीट
  • 17,260: ट्वीट iPhone से किए
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