डॉ. प्रिया
_ठंडी और शुष्क हवा गले में खराश और जलन का कारण बनती है। इससे छुटकारा पाने के लिए अक्सर लोग एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। इसे कुछ घरेलू उपायों से भी ठीक किया जा सकता है।_
कुछ समय पहले तक गले में खराश को सर्दी का एक सामान्य लक्षण माना जाता था। लेकिन, आजकल गले में खराश, निगलने में दर्द या खरोंच महसूस होना कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है.
इसमें घातक इंफेक्शन COVID-19,रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (RSV), और तेज फ्लू भी शामिल हैं।
ठंड के वजह से होने वाला गले में खराश ज्यादातर एक हफ्ते में खुद-ब-खुद ठीक हो जाता है, लेकिन डॉक्टर जल्दी रिकवरी के लिए एंटीबायोटिक लिखते हैं। बलगम के सूखकर फेफड़े में जमने का अंजाम दूरगामी होता है.
रिसर्च गेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, गले में इन्फेक्शन के लिए शहद सबसे अच्छा घरेलू उपाय है। शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो खांसी और सर्दी के लक्षणों को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, यह गले के दर्द के लिए भी एक प्रभावी उपाय है।
गले में खराश और खांसी से राहत पाने के लिए ताजे अदरक के पेस्ट के साथ शहद का उपयोग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
*अदरक*
एनसीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अदरक में जिंजरोन और जिंजरोल जैसे यौगिक होते हैं, जो शरीर में प्रवेश करने वाले बैक्टीरिया और वायरस को रोकने का काम करते हैं।
इससे गले में खराश सहित कई स्थितियों के जोखिम को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
एक कप पानी में ताजा अदरक के कुछ स्लाइस उबालकर अदरक की चाय बनाएं, और राहत के लिए इसे दिन में 2-3 बार पिएं।
*हल्दी*
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक पॉलीफेनोल होता है। इसमें एंटीवायरस, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी फंगल गुण होते हैं।
यह वायरल संक्रमण के लक्षणों को रोकने के लिए इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम करता है। ऐसे में हल्दी गले के दर्द के लिए एक प्रभावी उपचार हो सकता है।
गर्म दूध में थोडा सा हल्दी पाउडर डाल कर अच्छी तरह से मिला लें और इसे दिन में 2-3 बार पिएं।
*काली मिर्च*
काली मिर्च में क्वेरसेटिन होता है जो सर्दी और खांसी के लक्षणों को कंट्रोल करने और इम्यूनिटी को बूस्ट करने का कार्य करता है।
इसमें एंटीवायरस, एंटी बैक्टीरियल और एक्सपेक्टोरेशन गुण भी होते हैं, जो श्वसन पथ में बलगम और कफ के जमाव को हटाने में मदद करते हैं।
थोड़ा गर्म पानी लें और दो चुटकी भर काली मिर्च पाउडर मिलाएं। अब इसे अच्छे से मिलाकर इसका सेवन करें।
*दालचीनी*
दालचीनी में एंटीवायरस, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल और एंटी फंगल गुण होते हैं। जो इम्यूनिटी सिस्टम को बेहतर बनाते हैं।
दालचीनी के नियमित सेवन से गले में संक्रमण होने की संभावना कम हो सकती है।
थोड़े से दूध में एक चुटकी दालचीनी और अदरक का पाउडर और थोड़ा सा शहद मिलाएं। गले के दर्द से राहत पाने के लिए इस दालचीनी वाले दूध को दिन में दो बार पिएं।
*हींग*
हींग की जड़ें प्राकृतिक एंटीवायरस यौगिक पैदा करती हैं। जो कफ के दवा के रूप में काम करती है। इसलिए यह काली खांसी में बहुत फायदेमंद मानी जाती है।
हींग की गंध मात्र में बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता होती है। ऐसे में गले के दर्द के लिए आप हींग का सेवन कर सकते हैं।
एक गिलास पानी में एक चम्मच हींग पाउडर, थोड़ी मात्रा में अदरक पाउडर और शहद मिलाएं। गले की खराश से राहत पाने के लिए इस मिश्रण को दिन में दो बार पिएं।