सर्दी की पहली बरसात
उपवन में छाई
महीनों के बाद बाहर।
छाई हरियाली खेतों में
और छिटकी सूर्य की
पहली लाल किरण
बागों में।
दूर वनों में पसरा
गहरा कोहरा और
घरों में गर्माहट कर रहा
काला कोयला।
हिमपात हो रहा पहाड़ों पर
और बह रहा
शीतल स्वच्छ जल
नदी नलों में।
डॉ.राजीव डोगरा
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश (युवा कवि लेखक)
(हिंदी अध्यापक)
पता-गांव जनयानकड़
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