राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट खामोश है। पांच राज्यों में मिली चुनावी हार के बाद पायलट ने चुप्पी साध ली है। जानकार पायलट की खामोशी को सधी हुई रणनीति के तौर पर देख रहे हैं। पायलट कैंप के मंत्रियों की ओर से गहलोत सरकार के खिलाफ बयानबाजी से इस बात की हवा मिल रही है कि राजस्थान की सियासत में एक बार फिर आय़ा राम गया राम का दौर शुरू हो सकता है। इस बीच पायलट ने होली के बहाने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात सियासी अटकलों को हवा दे दी। पायलट की मुलाकात पर आचार्य प्रमोद कृष्णन के ट्वीट ने नए कयासों को जन्म दे दिया। आचार्य प्रमोद ने पायलट की राज्यपाल से मुलाकात पर ट्वीट किया- लगता है जैसे शपथ ग्रहण समारोह को निमंत्रण दिया जा रहा है।
दो साल से नहीं है पायलट के पास पद
उल्लेखनीय है कि पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद पायलट की सदन में उपस्थिति बेहद कम रही। सचिन पायलट विधानसभा में कार्यवाही में शामिल नहीं हो रहे है। माना जा रहा है कि पायलट की खामोशी से राज्य की सियासत में फिर उथल-पुथल का दौर शुरू हो सकता है। गहलोत सरकार पर सियासी संकट के बादल मंडरा सकते हैं। पिछले साल मंत्री पद से हटाए जाने के पायलट के हाथ खाली है। कांग्रेस आलाकमान ने पायलट कोई पद नहीं दिया है। हालांकि, कैबिनेट के विस्तार में पालयट समर्थकों को प्रमुखता से जगह मिली है। राजनीतिक नियुक्तियों में पायलट कैंप गहलोत कैंप पर हावी रहा। हालांकि, राजनीतिक नियुक्तियों में मलाईदार पद गहलोत कैंप से जुड़े नेताओं को मिले है।
पायलट कैंप के मंत्री गहलोत सरकार पर हमलावर
विधानसभा में संख्या बल दो देखा जाए तो बहुमत का गणित पूरी सीएम गहलोत की तरफ है। गहलोत सरकार पर फिलहाल खतरा नहीं है। लेकिन पायलट कैंप के मंत्रियों को रोजाना हो रही बयानबाजी से अटकलों को हवा मिल रही है। पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सीएम गहलोत पर निशाना साधा है। हाल ही में करौली जिले में एक व्यापारी की हत्या के मामले में मंत्री रमेश मीणा ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। उल्लेखनीय है कि सीएम गहलोत गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं। ऐसे में मंत्री रमेश मीणा ने पुलिस की आड़ में सीएम गहलोत को निशाने पर ले लिया। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह विधानसभा में बयानबाजी कर गहलोत सरकार के मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।
पायलट कैंप के मंत्री के किरोड़ी से मायने
पायलट कैंप के तीसरे मंत्री मुरारी लाल मीणा पायलट के धुर विरोधी किरोड़ी लाल मीणा से दोस्ती बढ़ा रहे हैं। किरोड़ी लाल की सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट के साथ पुरानी अदावत रही है। दौसा की राजनीति राजेश पायलट और किरोड़ीलाल के इर्द-गिर्द ही घूमी है। पायलट कैंप के मंत्री मुरारी साल मीणा पुरानी अदावत को समाप्त कर सचिन पायलट और किरोड़ीलाल का एक जाजम पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। सचिन पायलट की इशारे पर ही मंत्री मुरारी लाल किरोड़ी लाल से दोस्ती बढ़ा रहे हैं।