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जिस TMC को उखाड़ने का ऐलान, उसी से आए करीब 150 नेताओं को BJP ने टिकट दिए..2 उम्मीदवारों ने इनकार किया, बोले- हम BJP में हैं ही नहीं

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पश्चिम बंगाल में BJP जिस तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ने की बात कर रही है, उसी से बगावत कर BJP में शामिल हुए नेताओं को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है। अब तक बीजेपी ने कुल 289 कैंडीडेट्स के नाम का ऐलान किया है। इसमें से करीब आधे ऐसे हैं, जो ममता का साथ छोड़कर BJP में आए हैं। गुरुवार को पार्टी ने जो लिस्ट जारी की, उसमें 8 मुस्लिम कैंडीडेट्स को भी टिकट दिए गए हैं। ऐसा उन्हीं सीटों पर किया गया है, जहां पार्टी का जीतना लगभग असंभव सा लग रहा है।

कई उम्मीदवारों पर करप्शन का आरोप
BJP बंगाल में भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कर रही है। दूसरी ओर वह जिन कैंडीडेट्स को मैदान में उतार रही है, उसमें से कई पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है। हालांकि BJP नेता इस सवाल को यह कहकर खारिज कर देते हैं कि किसी पर भी आरोप साबित नहीं हुए हैं। अभी जांच चल रही है।

रविंद्र भारती यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. विश्वनाथ चक्रवर्ती कहते हैं कि BJP की लिस्ट पूरी तरह से दिशाहीन है। अब तक पार्टी ने 289 नाम घोषित किए हैं। इसमें से करीब 150 ऐसे उम्मीदवार हैं, जो TMC से BJP में शामिल हुए हैं। इनमें से कई पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। पार्टी की लिस्ट देखकर लग रहा है कि उन्हें अभी बंगाल की राजनीति की समझ नहीं है। उन्होंने पूरा होमवर्क करके लिस्ट तैयार नहीं की।

2 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ने से इनकार किया, बोले- हम BJP में हैं ही नहीं

गुरुवार को BJP ने जिन 157 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, उनमें 2 ऐसे हैं, जिन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। इनका कहना है कि, न इन्होंने BJP ज्वॉइन की है और न ही टिकट के लिए कभी कोई बात हुई। पहला नाम तरुण साहा का है। तरुण की पत्नी माला साहा TMC से विधायक हैं। BJP ने उन्हें काशीपुर-बेलगछिया से उम्मीदवार बना दिया।

साहा ने भास्कर से बातचीत करते हुए कंफर्म किया कि, मैं TMC का कार्यकर्ता हूं और TMC का ही रहूंगा। पता नहीं BJP ने कैसे मेरा नाम लिस्ट में जारी कर दिया। मैंने तो कल रात तक TMC के झंडे लगाने का काम किया है। मैंने पार्टी को जानकारी दे दी है कि, भाजपा ने बेवजह नाम शामिल किया है। मेरी तो वहां किसी से बात भी नहीं हुई।

इसी तरह पार्टी ने उत्तर कोलकाता के चौरंगी से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिवंगत सोमेन मित्रा की पत्नी शिखा मित्रा को उम्मीदवार बनाया है। शिखा ने यह कहते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया कि, न ही मैंने भाजपा ज्वॉइन की है और न ही मैं चुनाव लड़ना चाहती हूं। BJP की टिकट पर लड़ना मेरे लिए संभव नहीं। बीते कई दिनों से यह खबरें चल रहीं थीं कि BJP के शुभेंदु अधिकारी ने शिखा से मुलाकात की है, और वे BJP ज्वॉइन करने वाली हैं। शिखा ने BJP ज्वॉइन करने को झूठ बताया। हमने इस बारे में प्रदेश BJP के प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य से जवाब मांगा तो उन्होंने कहा कि, मैं कुछ भी टिप्पणी करना नहीं चाहता।

मुस्लिम उम्मीदवारों में जाने-पहचाने चेहरे नहीं
BJP ने मुस्लिम उम्मीदवार उन्हीं इलाकों में उतारे हैं, जहां मुस्लिमों की आबादी ज्यादा है। हालांकि इन सीटों पर पार्टी के जीतने की संभावना कम ही नजर आ रही है। सागरदिघी से माफुजा खातून को उम्मीदवार बनाया गया है। वे 2019 में भी बीजेपी की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

बंगाल के सीनियर जर्नलिस्ट श्यामलेंदु मित्रा कहते हैं कि बंगाल में कैंपेन चलाकर लगातार यह कहा गया है कि बीजेपी एंटी मुस्लिम पार्टी है। अब ममता बनर्जी खुलकर हिंदू कार्ड खेल रही हैं तो इसी के जवाब में शायद BJP ने 8 मुस्लिमों को टिकट दिया है। जिनके नाम लिस्ट में हैं, उनमें से माफुजा खातून को छोड़कर कोई बहुत जाना-पहचाना नाम नहीं है।

मित्रा के मुताबिक, बंगाल के मुस्लिम भी 3 वर्गों में बंटे हैं। एक, जो डेडीकेटली अपने धर्म को फॉलो करने वाले हैं। दूसरे यंग मुस्लिम हैं, जो अब्बास सिद्दीकी को सपोर्ट कर रहे हैं। तीसरा वर्ग गरीब मुस्लिमों का है। इन पर TMC या CPM ने खास ध्यान नहीं दिया। इनके हालात बदतर हैं। अब BJP मुस्लिमों के इसी वर्ग को अपने साथ जोड़ना चाहती है।

माफूजा खातून के अलावा पार्टी ने गोलपोखर से गुलाम सरवार, चोपड़ा से मोहम्मद शाहीन अक्तर, हरिशचंद्रपुर से मोहम्मद मतीउर रहमान, भागवांगोला से महबूब आलम, सुजापुर से एडवोकेट एस के जियाउद्दीन, डोमकल से रूबिया खातून और रानीनगर से मासूहारा खातून को टिकट दिया है।

एक केंद्रीय मंत्री, 4 सांसद, 11 विधायकों को टिकट दिया
BJP ने अब तक अपनी जो लिस्ट जारी की है, उसमें 1 केंद्रीय मंत्री के अलावा 4 सांसदों और 11 विधायकों को टिकट दिया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय को कृष्णानगर उत्तर से मैदान में उतारा गया है। रॉय पहले TMC में थे और राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय को भी पार्टी ने टिकट दिया है।

शुभ्रांशु ने 2019 में ही BJP ज्वॉइन की है। इसके पहले वे 2011 और 2016 में TMC की टिकट पर विधायक चुने जा चुके हैं। बीजेपी से जिन सांसदों को टिकट दिया है, उनमें बाबुल सुप्रियो, लॉकेट चटर्जी, स्वपन दासगुप्ता, निशीथ प्रमाणिक के नाम पहले ही शामिल थे। गुरुवार को इसमें एक नाम और जगन्नाथ सरकार का जुड़ा है। इसके अलावा फोक आर्टिस्ट आशिम सरकार, वैज्ञानिक गोबर्धन दास और एक्टर रूद्रनील घोष को भी मैदान में उतारा गया है।

लिस्ट जारी होने के बाद से ही पार्टी में हो रहा विरोध
उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद से ही BJP में कार्यकर्ता कैंडीडेट्स का विरोध कर रहे हैं। सबसे पहले सांसदों और मंत्री को टिकट देने का विरोध किया गया। फिर TMC से BJP में आए नेताओं को टिकट देने का विरोध किया गया। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जो जमीनी कार्यकर्ता कई साल से भाजपा के लिए काम रहे थे, उन्हें पार्टी ने नजरअंदाज कर दिया और TMC से आए नेताओं को टिकट दे दिया।

प्रदर्शनकारी BJP नेताओं का घेराव भी कर चुके हैं। यदि ये विरोध बढ़ा तो पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य का कहना है कि हम जीत रहे हैं इसलिए कैंडीडेट्स के फॉर्म बहुत ज्यादा आ गए। जिन्हें टिकट नहीं मिला, उनमें असंतोष है, जिसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।

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